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jharkhand-proud-झारखंड के बच्चों ने बढ़ाया राज्य का मान, रांची के शुभम को अमेजॉन कंपनी ने 1.15 करोड़ में किया बहाल, आइआइटी रांची की कशिश गुप्ता को गुगल ने 46 लाख, अंकित को 33 लाख के साथ किया बहाल, जानें इन बच्चों की सफलता की कहानियां

राशिफल

कशिश गुप्ता.

रांची : झारखंड के लिए गौरव का दिन रहा है. यहां के छात्रों को लगातार प्लेसमेंट मिला है. इसके तहत आइआइटी रांची से 2018-2022 बैच के रांची की छात्रा कशिश गुप्ता को गुगल कंपनी ने 46 लाख रुपये सालाना का ऑफर दिया है. इसके अलावा दो और ऑफर 24 लाख सालाना और 25 लाख रुपये का भी उनके पास है. कशिश अभी आइआइटी रांची से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद आठवें सेमेस्टर में है. कशिश का कहना है कि उसका सपना गुगल में नौकरी करने का था और उसके लिए बहुत बेहतर शुरुआत हुई है. उसने प्रतियोगी कोडिंग की, लेकिन शिक्षाविदों और पर्सनालिटी डेवलपमेंट के महत्व को भी कभी नजरअंदाज नहीं किया और लगातार बने रहने के लिए मेहनत किया, जिसका नतीजा कि आज गुगल ने एक अच्छा प्रस्ताव दिया है. इसी तरह कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के छात्र अंकित राज का चयन इंटिइट में 33 लाख और प्रोडक्टिव में 25 लाख सालाना का पैकेज दिया गया है. वहीं 25 लाख सालाना का ऑफर एडोब कंपनी ने प्रशांत ठाकुर को दिया है. आइआइटी रांची में प्लेसमेंट के लिए जंगल वर्क्स, एमेजॉन, गोल्डमैन सक्स, एनवीडिया, गुगल जैसी कंपनियां आयी है. आइआइटी रांची के डायरेक्टर प्रोफेशर विष्णु प्रिये ने बताया कि संस्थान के लिए यह बड़ी उपलब्धि है और यह बच्चों की लगन का ही नतीजा है कि बेहतर ऑफर मिले है. आपको बता दें कि ट्रिपल आइटी रांची के सारे छात्रों का प्लेसमेंट हो चुका है. (नीचे देखे पूरी खबर)

शुभम राज.

शुभम राज को अमेजॉन में ऑफर
दूसरी ओर, रांची के अरगोड़ा के ही रहने वाले शुभम राज का चयन अमेजॉन कंपनी में हुआ है. वहां के मदन सिंह और रीना सिंह के पुत्र शुभम सिंह को 1.15 करोड़ के सालाना पैकेज पर बहाली की गयी है. शुभम अमेजॉन कंपनी के बरलिन ऑफिस में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर के रुप में चुने गये है. वर्ष 2021 में शुभम का चयन गुगल समर ऑफ कोड के लिए भी किया गया था. जेवीएम श्यामली रांची के छात्र रहे शुभम ने अगलतला आइआइआइटी से फाइनल परीक्षा पास की. उसके बाद उसने लगातार काम किया. क्लास 11 से ही उसने कोडिंग पर काम करना शुरू किया था. बाद में वह जब गुगल समर ऑफ कोड में इंटर्नशिप किया था. शुभम पहले से ही अच्छे ग़ंक लाता है. शुभम के नाना एचइसी से मैनेजर फाइनांस के रुप में काम किये थे और दादा भी एचइसी में मैनेजर के पद पर थे.

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