जमशेदपुर : ओड़िशा के भुवनेश्वर में इंटक के सम्मेलन में मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय ने असंगठित मजदूरों का मुद्दा उठाया है. मंच से उनको बोलने का भी मौका मिला. वैसे आपको बता दे कि राकेश्वर पांडेय इंटक के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर आसीन है. उन्होंने यहां कहा कि असंगठित मजदूरों को हर हाल में नौकरी की गारंटी दिलायी जाये और मजदूरों के हक और अधिकार को मारने वाले कानून को वापस लेने के लिए देशव्यापी आंदोलन चलाया जाये.
इस सम्मेलन के दौरान यूथ इंटक के राष्ट्रीय महासचिव सह टाटा वर्कर्स यूनियन के सहायक सचिव नितेश राज ने डॉ जी संजीवा रेड्डी से मिलकर त्राहिमाम पत्र सौंपा. नितेश ने कहा कि इंकैब इंडस्ट्रीज (केबुल कंपनी) 20 साल से बंद है. इसको हर हाल में चालू कराया जाये. जरूरत पड़े तो कानूनी कदम उठाते हुए इंटक इसको मुद्दा बनाये और मजदूरों को बचाये. कंपनी को टाटा स्टील को टेकओवर करने का अधिकार देने की भी मांग की गयी और कहा गया कि एनसीएलटी के कानूनी पेंच में यह कंपनी फंसी है, जिसको तत्काल चालू कराने की जरूरत है. इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि मामले को वे लोग जरूर केंद्रीय स्तर पर ले जाकर कंपनी को चालू कराने का प्रयास करेंगे.