जमशेदपुर : टाटा स्टील एक जिम्मेदार कंपनी के रुप में जानी जाती है. इस जिम्मेदारी को निभाते हुए टाटा स्टील की ओर से लॉक डाउन के साथ कंपनी के वैसे विभागों को बंद किया है, जहां काम नहीं करने से भी काम चल सकता है, लेकिन इमरजेंसी के सारे विभागों में काम चल रहा है. ब्लास्ट फर्नेस, एलडी वन, कोक प्लांट समेत तमाम विभागों में भी काम चल रहा है, लेकिन यहां इस बात की सतर्कता रखी जा रही है कि जो स्थायी मजदूर हो या फिर ठेका मजदूर, कहीं पर भी आपसी मिलन कम से कम हो. लोग दूर रहकर ही काम कर सके. इसके अलावा कैंटीन में भी दूरियां बरती जा रही है. सुरक्षित खाना लोगों को परोसा जा रहा है.
लोग खाना के लिए किसी तरह का लाइन लगते भी है तो उनको दूर रखा जा रहा है आपस में बैठने के स्थान पर भी कम ही लोगों को बैठाया जा रहा है. दूसरी ओर, टाटा स्टील की ओर से गम्हरिया (सरायकेला-खरसावां जिला) स्थित टिस्को ग्रोथ शॉप (टीजीएस) को भी पूरी तरह से बंद कर दिया जा रहा है. टीजीएस में मंगलवार रात को अंतिम बार काम होगा और पूरे तौर पर लॉक डाउन कर दिया जायेगा. सिर्फ इमरजेंसी सेवा को ही वहां रखा जायेगा. इसके अलावा टाटा स्टील से जुड़ी वैसी कंपनियों को भी बंद करने पर विचार किया जा रहा है, जहां उत्पादन को एक सप्ताह के लिए रोका जा सके.
जुस्को ने उठाये एहतियाती कदम, सफाई के साथ छिड़काव भी शुरू
टाटा स्टील की शत-प्रतिशत सब्सिडियरी वाली कंपनी जुस्को ने भी एहतियाती कदम उठाये है. नागरिक सुविधा प्रदाता कंपनी जुस्को की ओर से सफाई के लिए अभियान चलाया जा रहा है जबकि दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. सफाई के साथ एंटी वायरस और एंटी इंसेक्ट दवाओं का छिड़कांव हर बाजार, गली-मुहल्ला में किया जा रहा है.
जमशेदपुर के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला द्वारा दिये गये आदेश का अनुपालन करते हुए जुस्को ने एक अभियान के तहत फॉगिंग के साथ ही दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. लोगों को साथ ही साथ जागरुक भी किया जा रहा है.