आदित्यपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर से दुधमुंहे बच्चे और नाबालिग भाई के साथ 22 वर्षीय महिला प्रीति अपने पति की तलाश में सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर पहुंचती है. उसे सीमा नाम की महिला के साथ आदित्यपुर के आइ-टाइप में होने की जानकारी मिली और वह यहां बगैर टिकट के पहुंच गई, मगर सीमा ने साफ तौर पर यह कहते हुए इंकार कर दिया कि उसके पति का उसके यहां आना जाना नहीं है. महिला ने तफ्तीश की तो पता चलता है कि उसका पति किसी शिखा नाम की महिला के साथ रहता है, और उसके नम्बर को सीमा के नाम से अपने मोबाइल में सेव कर रखा है. फिर महिला शिखा के घर पहुंचती है, जहां महिला ने पाया कि उसके पति का उसके यहां आना जाना होता है. शिखा महिला से उलझ पड़ती है. दोनों के बीच हाथापाई शुरू हो जाती है. सीमा और उसकी बेटी बीच-बचाव करने पहुंचती है. विवाद बढ़ते ही मामले की सूचना पर पुलिस तक पहुंचती है. सभी को थाना बुलाती है. दिन भर महिला थाने में इस उम्मीद से पड़ी रही कि थाना उसके पति को तलब करेगी और उसे इंसाफ दिलाएगी, मगर थाना के किसी भी अधिकारी को इस बात की तड़प नहीं हुई कि आखिर दुधमुंहे बच्चे और नाबालिग भाई के साथ महिला कहां जाएगी, रात कहां बिताएगी, उल्टे कानून का हवाला देकर यह कहा गया, कि कानून में एक व्यक्ति को रजामंदी के साथ 10 महिलाओं के साथ रहने की आजादी है. तुम कुछ नहीं कर सकती हो, वापस चली जाओ. महिला ने हार नहीं मानी और इंसाफ लेकर ही वापस लौटने की ठानी. रात महिला ने रेलवे स्टेशन पर बिताया. सुबह फिर से थाने की दहलीज पर इंसाफ की आस लगाए बैठ गयी. अब जरा इस इस बीच महिला के पति का एक ऑडियो हमारे हाथ लगा है, जिसमे आशीष अपनी पत्नी को कह रहा है 20 हजार में थाना बिक गया है, पर्ची (शिकायत) फाड़ देगा. आखिर महिला का पति इतना पावरफुल कैसे हैं, उसका क्या कारोबार है, इस पर महिला ने बताया कि उसका पति ब्राउन शुगर, ड्रग्स और शराब का कारोबार करता है. यहां से शराब लेकर बिहार जाता है, उधर से गांजा, अफीम और ब्राउन शुगर लेकर यहां बेचता है. बिहार में अपनी मामी के घर को अपना ठिकाना बनाया है. यहां शिखा के साथ रहकर वह गुलछर्रे उड़ाता है. अब सवाल ये उठता है कि आखिर आदित्यपुर थाना पुलिस महिला की शिकायत को गंभीरता से क्यों नहीं ले रही. क्या कानून में इस तरह के मामलों का वास्तव में कोई स्थान नहीं ? महिला का यहां कोई नहीं है, फिर कानून की किताब में उसके लिए कौन सहारा बने इसका जिक्र है या नहीं.