जमशेदपुर : एक सात साल के बच्चे के दोनों आंखों में मोतियाबिन्द हो जाए तो फिर उसकी लाचारी को वह किस प्रकार व्यक्त करता है, यह आज यहां बागबेड़ा थाना चौक स्थित राम मनोहर लोहिया नेत्रालय में नेत्र शिविर के जांच सत्र में देखने को मिला, जिस बच्चे की उम्र उछल कूद मचाने की थी, वह इस तरह डरा सहमा था कि शिविर में हमेशा की तरह सेवा देने वाले बच्चे उसे विशेष रूप से देखने लगे कि आखिर वह इतना डरा हुआ क्यों है। बच्चों को शिविर का संचालन कर रहे रेड क्रॉस सोसाईटी के मानद सचिव विजय कुमार सिंह ने बताया कि वह बच्चा आंख में मोतियाबिन्द होने के कारण देख नहीं सकता, इसलिए वह खेलता नहीं है और डरा सहमा है। बच्चों ने कहा कि उसका ऑपरेशन यहां कर दीजिए तो बताया गया कि उसका ऑपरेशन किसी बड़े अस्पताल में बेहोशी वाले डॉक्टर के सामने करना होगा और उसके लिए लेंस भी विशेष लगाना होगा ताकि वह अपनी पूरी जिन्दगी उससे देख सके, बच्चों की चिन्ता बाघमारा गांव के शंकरदा, पोटका निवासी जगन्नाथ मुर्मू के पुत्र खेन्का मुर्मू के प्रति बढ़ती जा रही थी, तभी उन्ही बच्चों में से आदित्य कुमार सिंह तुरंत अपना घरेलु बचत का चुक्का ले आया और देखते देखते उसके सभी साथी जिसमें शिवम कुमार सिंह, शुभम कुमार प्रसाद तथा अनन्त कुमार प्रसाद अपना चुक्का उस बच्चे के इलाज को देने को तैयार हो गये और बच्चों ने यहां तक आश्वस्त कर दिया कि खेन्का मुर्मू को आंखों की रौशनी देने के लिए और पैसा लगेगा तो वे मम्मी पापा से मांग कर देंगे। बच्चों की संवेदनशीलता को देखकर लगभग सभी के आंखों में आंसू आ गये, इस घटनाक्रम को देख रहे जाने माने नेत्र चिकित्सक डॉ. बी. पी. सिंह ने कहा कि बच्चे का ऑपरेशन वे निशुल्क अपने निजी क्लीनीक में करेंगे तथा हमेशा की तरह ऐसे कार्यों में विशेष रुचि रखने वाले टाटा मोटर्स के मुख्य निश्चेतक डॉ. अशोक जाडोन ने भी बच्चे के लिए निशुल्क सेवा देने की हामी भरी। अब बच्चों में खुशी आ गयी थी अब वे उस बच्चे के लिए अपने द्वारा किये गये कार्य के परिणाम पाने को उत्सुक हैं। आज शाम बच्चे के आंखों की पूर्ण जांच कर ली गयी है, मंगलवार को बच्चे के आंखों का ऑपरेशन सम्पन्न होगा।