रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: चक्रधरपुर सोनुआ, गोईलकेरा,टुनिया,पौसेता और लोटापहाड़ स्टेशनों में पूर्ववर्ती सवारी रेलगाड़ियों के ठहराव के मांग को लेकर पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार सोनुआ वन विश्रामालय में ग्रामीणों ने गुरुवार को ग्रामसभा किया. ग्रामसभा में रेलगाड़ियों के समस्या के निदान के लिए इसे एक वृहत्त आंदोलन का रूप दिए जाने पर सहमति बनी. आज के जन प्रतिनिधियों के बैठक को संबोधित करते हुए आईटी प्रोफेशनल और युवा समाजसेवी अमित महतो ने बताया कि इस आंदोलन को रेल ठहराव- जन आंदोलन के नाम से जाना जाएगा. दिनेश बोयपाई ने बताया कि रेल ठहराव- जन आंदोलन की अगली बैठक गोईलकेरा के दुर्गा पंडाल में सात अगस्त को होगी. जिसमें आंदोलन को वृहद रूप दिया जाएगा. गोईलकेरा से आए श्रीकांत ने इस आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए युवाओं से अनुरोध किया.(नीचे भी पढ़े)
आंदोलन की रुपरेखा तीन स्तरों में किए जाने पर सर्व सहमति बनी. पहले चरण में जगह-जगह ग्रामसभा किया जाएगा और ग्रामीणों से सुझाव लिया जाएगा. दुसरे चरण में ग्रामीण महतो,मुंडा और मानकीयों के अध्यक्षता में लगभग 100 गांवों में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा और 50 हज़ार ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त मांग पत्र रेलवे ङीआरएम को सौंपा जाएगा. अगर पांचों स्टेशनों में पूर्ववर्ती सवारी गाडियों का ठहराव अगर नहीं किया गया तो फिर तीसरे चरण में अनिश्चितकालीन रेल्वे ट्रैक को बंद किया जाएगा. मौके पर बुधलाल पूर्ति,मनोज महतो, भानु महतो, मुबीन अंसारी, राजकिशोर, राकेश गोप, श्रीकांत, हरि कृष्ण बोदरा, प्रेम बोदरा, निरंजन बोईपाई आदि दर्जनों ग्रामीण, गणेश बोदरा, जगदीश नायक और राहुल पूर्ति के साथ दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे.