जमशेदपुर : तूफान अम्फान ने अपना कमाल दिखाना शुरू कर दिया है. ओड़िशा के पारादीप और पश्चिम बंगाल के दीघा के करीब 500 किलोमीटर दूर पर है और यह लगातार काफी तेजी से बढ़ रहा है. इसकी रफ्तार करीब 200 किलोमीटर के हिसाब से है और यह लगातार बढ़ता ही जा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, अम्फन करीब 185 किलोमीटर की रफ्तार तक जमशेदपुर के बहरागोड़ा, चाकुलिया और जमशेदपुर के तटयीय इलाके में आ सकता है. 20 मई की दोपहर तक जमशेदपुर के ग्रामीण इलाके को यह अटैक करेगा, जिसका असर दिखने को मिलेगा. मौसम विभाग के मुताबिक, अभी बादल छाये रहेंगे और छिटपुट बारिश की संभावना है और 20 से 21 मई के बीच बारिश गरज के साथ होती रहेगी. वैसे पश्चिम सिंहभूम जिले में भी इसका जबरदस्त असर दिख सकता है. बंगाल और ओड़िशा से सटे हुए इलाके में हाइ अलर्ट किया गया है. पश्चिम सिंहभूम जिले के डीसी और जमशेदपुर के डीसी ने अपने-अपने जिले में हाइ-अलर्ट कर दिया है और किसी भी हाल में कच्चे मकान में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. लोगों को सावधान भी किया जा रहा है ताकि लोग सावधान रह सके.
जमशेदपुर में ‘अम्फान’ चक्रवाती तूफान को लेकर माइकिंग से लोगों को किया गया जागरूक
चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ के कारण जमशेदपुर में जन-जीवन प्रभावित होने की संभावना को देखते उपायुक्त के निदेश के आलोक में माइकिंग के माध्यम से जनसाधारण को सूचित किया जा रहा है. कच्चे मकान तथा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जिला प्रशासन द्वारा सामुदायिक भवन/पक्के भवन में शिफ्ट होने का निदेश दिया गया है. इसी क्रम में मंगलवार को घाटशिला प्रखंड में माइकिंग के माध्यम से लोगों को ‘अम्फान’ तूफान के बारे में बताते हुए सुरक्षित स्थानों में रहने को कहा गया. माइकिंग के माध्यम से सूचित किया गया कि आवश्यकता पड़ने पर घर से बाहर निकल गए हों तो तेज हवा के साथ बारिश के दौरान सूखे एवं कमजोर पेड़ का सहारा ना लें. चक्रवाती तुफान के कारण ऐसे पेड़ों के गिरने की संभावना बनी रहती है जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. वाहन चलाने का जोखिम न लें. चक्रवाती तूफान की स्थिति में अत्यधिक वर्षा के कारण यदि पुल-पुलिया, सड़क से होकर पानी का बहाव हो रहा हो या क्षतिग्रस्त हो गया हो तो उससे तबतक आवागमन न करें जब तक कि प्रशासन द्वारा आवागमन के लिए सुरक्षित घोषित न कर दिया जाये. जिला प्रशासन द्वारा जिलेवासियों से चक्रवाती तूफान के दौरान घरों में रहने की अपील की गई है.