जमशेदपुर : आदिवासी हो समाज के महान गुरु, शिक्षाविद, वारड्ग क्षिति लिपि के जनक ओत गुरू कोल लाको बोदरा के 36 वें पुण्यतिथि के उपलक्ष में बुधवार को आदिवासी हो समाज युवा महासभा पूर्वी सिंहभूम के जिला अध्यक्ष-गोमिया सुंडी के कुशल नेतृत्व में जमशेदपुर के गोलमुरी हो समाज क्लब भवन के प्रांगण में विशेष रुप से श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि टाटा स्टील फाउंडेशन की मैनेजर अंकिता टोप्पो में आदिवासी रीति रिवाज एवं परंपरा के अनुरूप ओत गुरु कोल लाको बोदरा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. मौके पर बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में उरांव समाज के जिला अध्यक्ष-राकेश उरांव, केंद्रीय मुखी समाज के केंद्रीय उपाध्यक्ष -शंभू मुखी डूंगरी, भारतीय अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रकाश कोया, राजन कुजूर, शिवम बोयपाई, आशा पूर्ति शामिल हुए. वहीं नरसिंह बिरूली, पिंटू बोदरा, रविंद्र प्रसाद, बिना नंद सिरका, सुशील सवैया ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया. (नीचे भी पढ़ें
कार्यक्रम के दौरान काफी संख्या में हो समाज के लोग उपस्थित हुए. कार्यक्रम की अध्यक्षता गोमिया सुंडी ने किया. वही कार्यक्रम का संचालन उपेंद्र बानरा ने किया और कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन रवि सवैया ने दिया. कार्यक्रम के उपरांत हाल ही में संपन्न त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव में दक्षिणी सारजामदा ग्राम पंचायत के विजयी पंचायत समिति सदस्य शिवम बॉय पाई को सम्मान स्वरूप पारंपरिक रीति – रिवाज के अनुरूप पगड़ी (बेन्टा ) पहनाकर एवं फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में उपेंद्र बानरा, राजेश कांडयांग, रवि सवैयां, किशोर लकड़ा, बाबूलाल गोयपाई, वीर सिंह गुईया, वीर सिंह बानरा, शिव नाथ दास, संजय समड आदि का विशेष योगदान रहा. कार्यक्रम समापन के उपरांत आयोजन समिति के द्वारा जमशेदपुर के ट्राईबल कल्चरल सोसायटी सोनारी, जमशेदपुर के ही मानगो स्थित शंकोसाई और घाटशिला स्थित स्वर्ग छिड़ा में जाकर हो समाज द्वारा स्थापित ओत् गुरु कोल लाको बोदरा की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम का उद्देश्य उनके विचारों को समाज के जन जन तक पहुंचाना है.