जमशेदपुर : स्थानीय तुलसी भवन में रविवार शाम जमशेदपुर भोजपुरी साहित्य परिषद् के पूर्व प्रधान सचिव डॉ रसिक बिहारी ओझा ‘निर्भीक’ की जयंती सह स्मृति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के पूर्व महामंत्री डॉ गुरुचरण सिंह (सासाराम) को निर्भीक स्मृति सम्मान-2023 से सम्मानित किया गया. समारोह के मुख्य अतिथि, रांची विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ जंगबहादुर पांडेय ने डॉ गुरुचरण सिंह को अंगवस्त्र, पगड़ी, श्रीफल, सम्मान पत्र व नगद पुरस्कार राशि प्रदान कर सम्मानित किया. (नीचे भी पढ़ें)
इसके पश्चात मुख्य अतिथि ने परिषद् के प्रधान सचिव डॉ अजय़ ओझा द्वारा संपादित पत्रिका ‘निर्भीक संदेश’ के 26लें अंक का लोकार्पण भी किया. परिषद् के अध्यक्ष प्रसेनजित तिवारी की अध्यक्षता एवं हरिहर राय चौहान के संचालन में आयोजित समारोह का मंचासीन अतिथियों के दीप प्रज्वलन के साथ उद्घाटन हुआ.(नीचे भी पढ़ें)
परिषद के प्रधान सचिव डॉ अजय ओझा ने अपने स्वागत वक्तव्य में परिषद् की गतिविधियों की चर्चा की. मौके पर मुख्य अतिथि डॉ जंगबहादुर पांडेय ने बताया कि डॉ निर्भीक भोजपुरी साहित्य के शलाका पुरुष थे. उन्होंने अनेक मूल्यवान शोध किये तथा हर अनछुए क्षेत्र में कार्य किया. जबकि सम्मानित अतिथि डॉ गुरुचरण सिंह ने कहा कि डॉ निर्भीक का भोजपुरी साहित्य में वही स्थान है जो स्थान हिन्दी साहित्य में महावीर प्रसाद द्विवेदी और डॉ श्यामसुंदर दास का है. उन्होने भोजपुरी साहित्य के भंडार को समृद्ध किया. परिषद् की सह सचिव डॉ संध्या सिन्हा द्वारा आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.(नीचे भी पढ़ें)
समारोह में डॉ रागिनी भूषण, कन्हैया सिंह सदय, डॉ ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र, शीतल प्र दुबे, डॉ राजेन्द्र गोस्वामी, वीणा पाण्डेय भारती, डॉ लक्ष्मण प्रसाद, अजय प्रजापति, शिव नन्दन प्रसाद, कवलेश्वर पाण्डेय, सुष्मिता मिश्रा, रीना सिन्हा, सरोज सिंह, आरती श्रीवास्तव, नीलिमा पाण्डेय, निवेदिता श्रीवास्तव, प्रतिभा प्रसाद एवं कन्हैयालाल अग्रवाल सहित अन्य अनेक लोग उपस्थित रहे.