जमशेदपुर : जमशेदपुर के पुराना सीतारामडेरा स्थित सरना भवन में केन्द्रीय सरहुल पूजा समिति पूर्वी सिंहभूम द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सरहुल पूजा शोभायात्रा कि जानकारी देते हुए राकेश उरांव ने बताया कि प्रकृति का महापर्व सरहुल पूजा 24 मार्च को पूरे झारखंड में मनाया जाएगा. उसी क्रम में प्रतिवर्ष कि भाति इस वर्ष भी केन्द्रीय सरहुल पूजा समिति पूर्वी सिंहभूम के तत्वाधान में विशाल शोभायात्रा का निकाली जाएगी. (नीचे भी पढ़ें)
जिसमें आदिवासी मूलवासी समुदाय के महिला पुरूष, बच्चे-बच्चियां अपने पारम्परिक परिधान एवं वाद्ययंत्रों के साथ आदिवासी एकता एवं प्रकृति संरक्षण का संदेश देते हुए इस शोभायात्रा में शामिल होंगे. शोभायात्रा में उरांव, हो, मुंडा, संथाल, मुखी, भुइयां, तुरी समाज समेत अन्य समुदाय के अलावा जमशेदपुर के समाजसेवी, बुद्धिजीवी एवं राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे. 24 मार्च को सभी सरना स्थलो में पाहन द्वारा सुबह पूजा किया जाएगा. (नीचे भी पढ़ें)
सभी सरना स्थलो का रंगरोहन किया जायेगा. शोभायात्रा से पूर्व केन्द्रीय सरहुल पूजा समिति द्वारा विभिन्न समाज के अगुवाओ, बुद्धजीवियों एवं जनप्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया जायेगा. इससे पूर्व 22 मार्च को सीतारामडेरा कम्युनिटी सेन्टर मैदान में सरहुल पूर्व संध्या का आयोजन उरांव समाज सीतारामडेरा एवं टाटा स्टील फाउंडेशन के द्वारा शाम 5:30 से किया जायेगा. इस कार्यक्रम में रांची से आए हुए कलाकारो द्वारा नागपुरी ओर्केस्ट्रा एवं स्थानीय कलाकारो द्वारा आदिवासी नृत्य की भी प्रस्तुति की जायेगी एवं समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगो को सम्मानित भी किया जायेगा. (नीचे भी पढ़ें)
केन्द्रीय सरहुल पूजा समिति के मुख्य लाइसेंसी जुगल बारहा ने बताया कि शोभायात्रा एवं पूर्व संध्या के कार्यक्रम की सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी है. शोभायात्रा शाम 4 बजे से पुराना सितारामडेरा से प्रारम्भ होकर एग्रिको लाइट सिग्नल, भालुवासा, बाराद्वारी, रामलीला मैदान, साकची मुख्य गोलचक्कर, बसंत टॉकीज, कालीमाटी रोड, टुइलाडूंगरी गोलचक्कर, गोलमुरी आकाशदीप प्लाजा होते हुए पुनः सीतारामडेरा में समाप्त होगी. जुगल बारहा ने अपने पारम्परिक परिधान में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आह्वान किया है. (नीचे भी पढ़ें)
इस संवाददाता सम्मेलन में मुख्य रूप से नन्दलाल पातर, गोमिया सुंडी, शम्भु मुखी, बुधु खलखो, जुगल बारहा, बुधराम खलखो, गंगाराम तिरकी, रामु तिरकी, रवि सेविया, उपेन्द्र बानरा, दुर्गा बोइपाई, संगीता सामड, प्रेम आनन्द सामड, लाल मोहन जामुदा, राजू सिंह, लाडू देवगम, प्रियंका बिरवा, गणेश हेम्ब्रम, राजेन कुजूर, सोनू हेम्ब्रम, सुरा बिरुली, सावन लुगुन समेत अन्य लोग उपस्थित थे.