जमशेदपुर : झारखंड में नयी सरकार बन गये है. हेमंत सोरेन ने राज्य की गद्दी संभाल ली है. देश में भाजपा की नरेंद्र मोदी की सरकार चल रही है. लेकिन आम जनता की परेशानियां घट नहीं रही है, अलबत्ता बढ़ ही रही है. हालात यह है कि राज्य में दूध की सप्लाइ करने वाली बड़ी एजेंसी सुधा दूध ने लगातार तीन माह में दूसरी बार दाम बढ़ा दिया है. सोमवार से सुधा दूध 45 रुपये लीटर मिलने लगा है जबकि रविवार तक यह 44 रुपये लीटर ही मिला करता था. इससे करीब दो माह पहले ही सुधा दूध ने दो रुपये की बढ़ोत्तरी की थी. दो माह पहले सुधा दूध 42 रुपये लीटर मिलता था, जो बढ़कर सीधे 44 रुपये लीटर हो गया है और अब इसकी कीमत 45 रुपये हो चुकी है. यहीं नहीं, हाल में सरसो तेल और रिफाइन तेल में भी बढ़ोत्तरी हो चुकी है. हाथी मार्क का सरसो तेल जहां सौ रुपये लीटर मिल रहा था, वहीं यह सरसो तेल अभी 110 रुपये मिल रही है. यहीं हाल कमोवेश सारे सरसो तेल का हो चुका है और यह लगभग सारे सरसो तेल 10 रुपये तक बढ़ चुका है. इसी तरह रिफाइन तेल में भी बढ़ोत्तरी हुई है. नेचर फ्रेश रिफाइन तेल 90 रुपये लीटर मिल रहा था, जो अब 48 रुपये हो चुका है. महाकोष रिफाइन तेल की कीमत 87 रुपये लीटर थी, जो अब बढ़कर 98 रुपये लीटर हो मिल रहा है. सब्जियों की कीमत में भी बढ़ोत्तरी तक नहीं हो पायी है. इसके तहत प्याज सौ रुपये किलो ही मिल रहा है जबकि नया आलू 28 रुपये किलो मिल रहा है. इसी तरह लहसून 200 रुपये किलो में मिलने लगा है. सरकार या सरकारी मशीनरी का कोई लगाम नहीं होने से हालात यह है कि कारोबारी मनमाना रेट वसूल रहे है और आम लोग परेशान है. अब लोगों को झारखंड की नयी सरकार से उम्मीद है. लोगों को लग रहा है कि कम से कम कीमतों को सरकार नियंत्रित कर सकेगी.