रांची : झारखंड आंदोलनकारियों की पार्टी आजसू की महत्वपूर्ण बैठक गुरुवार को हुई. पार्टी प्रमुख सुदेश महतो के नेतृत्व में आहूत इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गयी और संगठनात्मक तौर पर किस तरह पार्टी को मजबूत बनाना है, उस पर फैसला लिया गया. इसके बाद वे मीडिया से रुबरु हुए. सुदेश महतो ने कहा कि हेमंत सरकार हर मोर्चे पर विफल है. झारखंड में कोरोना का बहाना बनाकर पंचायत चुनाव नहीं कराया जा रहा है. जबकि सारे काम हो रहे है. विधानसभा और लोकसभा के चुनाव हो चुके है, लेकिन सरकार जानबूझकर पंचायत चुनाव नहीं कराना चाहती है. हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए सुदेश महतो ने कहा कि दो साल का समय काफी होता है. किसी भी सरकार को नीति समझने के लिए दो साल का वक्त आजसू ने दिया है. सरकार की मंशा आजसू को समझ आ गयी है और दो साल में हेमंत सोरेन की सरकार ने जनादेश का अपमान किया है. झूठे वादे किये है. युवाओं में हताशा है और निराशा भी है. उन्होंने कहा कि झारखंड में कोरोना को लेकर पिछले साल भी पंचायत चुनाव नहीं हुआ था, और इस बार भी चुनाव को लेकर बस चर्चा ही हो रही है. बार-बार की बैठक के बाद भी बस यही निष्कर्ष निकल कर सामने आ रहा है कि जल्द ही पंचायत चुनाव की तारीख की घोषणा की जाएगी. आखिर सरकार पंचायत चुनाव क्यों नहीं करवा रही है. सरकार को यह बताना होगा कि पंचायत चुनाव क्यों टाला जा रहा है जबकि पंचायती राज व्यवस्था से ही गांव का विकास होना तय है. दो साल से झामुमो महागठबंधन की सरकार बस टालमटोल कर रही है. बाकी सारा काम सरकार की जल्दीबाजी में शामिल है, पर गांव को अधिकार देने में वह बचती है. इस बैठक में तय किया गया कि 7 दिसंबर से पहले पंचायत स्तर तक चुने हुए पदाधिकारियों का प्रमंडलानुसार शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा. बैठक के दौरान केंद्रीय अध्यक्ष ने सभी अनुषंगी इकाइयों के पदाधिकारियों से प्रदेशस्तरीय सम्मेलन की तैयारी करने का निर्देश दिया. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 7 दिसंबर से पहले पंचायत स्तर तक चुने हुए पदाधिकारियों का प्रमंडलानुसार शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा. इसके अलावा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग महासभा का राज्यस्तरीय सम्मेलन हर जिले में आयोजित होगा.