रांची : झारखंड की सत्ताधारी पार्टी झामुमो में घमासान के बीच झामुमो के तीन लोगों को शो-कॉज जारी किया गया था. इसमें टुंडू से झामुमो विधायक मथुरा महतो, शिबू सोरेन की बड़ी बहु सीता सोरेन और गांडेय के विधायक डॉ सरफराज अहमद शामिल है. इस नोटिस के तहत यह कहा गया था कि विधायक मथुरा महतो झामुमो के विधायक होने के बावजूद बिहार कोलियरी कामगार यूनियन (बीसीकेयू) के केंद्रीय उपाध्यक्ष थे, जो माकपा का मजदूर संगठन है. इसके अलावा झामुमो के जामा विधायक सीता सोरेन को भी नोटिस किया गया था. सीता सोरेन भाकपा की ट्रेड यूनियन एटक की पदाधिकारी है जबकि डॉ सरफराज अहमद कांग्रेस की यूनियन इंटक के पदाधिकारी है. इस नोटिस के बाद मथुरा महतो ने अपना इस्तीफा बीसीकेयू से दे दिया है, लेकिन सीता सोरेन और डॉ सरफराज अहमद ने इस्तीफा नहीं दिया है. इसको लेकर अब झामुमो का अगला स्टैंड क्या होगा, इस पर सारे लोगों की नजरें टिकी हुई है. वैसे आपको बता दें कि झामुमो के गठन के पहले झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन और बिनोद बिहार महतो भी बीसूकेयू के पदाधिकारी रह चुके थे. बाद में झारखंड मजदूर यूनियन का गठन किया गया था. वैसे इस पूरे मामले में झामुमो के केंद्रीय महासचिव बिनोद पांडेय ने कहा है कि टिंडू के विधायक मथुरा महतो ने इस्तीफा दे दिया है जबकि सीता सोरेन ने नोटिस का जवाब दे दिया है. इसको लेकर पार्टी अध्यक्ष को फैसला लेना है. पार्टी नेतृत्व के व्यस्तता के कारण कोई कदम नहीं उठाया जा सका है. दूसरी ओर, 21 जनवरी को एटक का वनभोज होने वाला है, जिसमें भाजपा विधायक ढुल्लू महतो और सीता सोरेन के शामिल होने की बात कहीं जा रही है.