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Jamshedpur-Rural-Shivram-Ashram : चाकुलिया के तुलसीबनी शिवराम आश्रम में 1975 से भिक्षाटन कर होती आ रही है मां दुर्गा की पूजा, आरंभिक काल में मां ने दिलायी थी चेचक से मुक्ति, अब नवनिर्मित मंदिर में कलश स्थापना की तैयारियों के साथ कोरोना से मिल रही निजात, क्या कहते हैं मंदिर के पुजारी आनंद ब्रह्मचारी-Video

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राजन सिंह / चाकुलिया : पश्चिम बंगाल सीमा से सटे चाकुलिया प्रखंड की चालुनिया पंचायत के जोड़ाम गांव स्थित तुलसीबनी शिवराम आश्रम में नव निर्मित मां दुर्गा की भव्य मंदिर निर्माण कार्य पूर्ण हो चुता है। मंदिर और संगमरमर की मां दुर्गा की मूर्ति की पूजा 7 अक्टूबर को सादगी पूर्ण ढंग से कलश स्थापना कर पूजा प्रारंभ की जाएगी। यह जानकारी आश्रम के पुजारी आनंद ब्रह्मचारी ने दी। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण कराने में कोलकात्ता निवासी विकास माधवगड़िया, गिरिधारी गोयंका, विनोद सेकसेरिया, संजय लोधा, अनूप केरिया, नवरंग केरिया, सुरेश केरिया, प्रणव बेरा,रमेश लोधा, भागवत सोरेन, अनूप कटारी समेत अन्य ग्रामीण और भक्तों का सहयोग प्राप्त हुआ है। (नीचे भी पढ़ें)

1975 से भिक्षाटन कर होती आ रही है मां दुर्गा की पूजा
तुलसीबनी आश्रम के पुजारी आनंद ब्रह्मचारी ने बताया कि तुलसीबनी आश्रम में सर्वप्रथम 1974 में शिवराम बाबा पहुंचे थे, तब इस क्षेत्र में चिकन पॉक्स महामारी बीमारी फैली हुई थी। इस बीमारी से गांव के कई ग्रामीण की मौत हुई थी। इस महामारी के फैलने से क्षेत्र के ग्रामीण काफी भयभीत थे। महामारी को शांत करने के लिए शिवराम बाबा ने 1975 में आश्रम में सादगी पूर्ण ढंग से मां दुर्गा की पूजा प्रारंभ की थी। मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने के बाद क्षेत्र से महामारी चिकन पॉक्स विलुप्त हुई थी। तब से लेकर अब तक इस आश्रम में भिक्षाटन कर मां दुर्गा की पूजा की जाती है। उन्होंने बताया कि मां दुर्गा की पूजा करने के लिए हर वर्ष झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ गांव समेत 114 गांवों में भिक्षाटन किया जाता है। इस वर्ष करोना महामारी को देखते हुए सरकार से मिली गाइडलाइन के अनुसार सादगी पूर्ण ढंग से मां दुर्गा की पूजा आश्रम में की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से निवेदन किया है कि पूजा में भीड़ भाड़ न लगा कर सादगी पूर्ण ढंग से मां की पूजा करें और ग्रामीण मास्क पहनकर आश्रम पहुंचे। (नीचे भी पढ़ें व देखें वीडियो)

शिवराम आश्रम की स्थापना चिकन पॉक्स महामारी के समय हुई थी और मां दुर्गा के भव्य मंदिर का निर्माण भी महामारी करोना काल में हुई है यह देवी की लीला है : आनंद ब्रह्मचारी
शिवराम आश्रम के पुजारी आनंद ब्रह्मचारी ने बताया कि तुलसीबनी शिव राम आश्रम की स्थापना 1974 में हुई थी, जब इस क्षेत्र में महामारी चिकन पॉक्स बीमारी फैली हुई थी और इस महामारी में क्षेत्र के कई ग्रामीणों की भी मौत हुई थी। इस महामारी को रोकने के लिए शिवराम बाबा ने 1975 में मां दुर्गा की पूजा प्रारंभ की थे तब इस क्षेत्र से महामारी चिकन पॉक्स बीमारी रुक गयी। उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर मां दुर्गा के आश्रम में भव्य मंदिर का निर्माण भी करोना महामारी काल में मंदिर निर्माण प्रारंभ हुआ था और मंदिर निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात क्षेत्र और देश में फैले कोरोना महामारी बीमारी भी धीरे धीरे विलुप्त हो रही है, उनका मानना है कि यह देवी लीला ही है जो आश्रम की स्थापना और मां दुर्गा की भव्य मंदिर निर्माण तक देश और क्षेत्र में महामारी बीमारी का तांडव देखने को मिला है। उनका मानना है कि मंदिर में पूजा प्रारंभ होते ही देश और राज्य से करोना जैसी महामारी बीमारी भी विलुप्त होगी। उन्होंने मां दुर्गा से भी यही प्रार्थना किया है कि कोरोना महामारी बीमारी से देशवासियों को जल्द से जल्द निजात मिल सके।

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