जमशेदपुर : जमशेदपुर के परसुडीह क्षेत्र अंतर्गत रेलवे लोको कॉलोनी में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पहाड़ी पूजा का आयोजन भव्य एवं दिव्या तरीका से मनाया जा रहा है. इस आयोजन का शुभारंभ दिनांक 21 अप्रैल से भूमि पूजन से आरंभ होते हुए 30 अप्रैल तक जारी रहेगा. इस वर्ष आयोजित होने वाले पूजा को 70वां वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है. यह पूजा केवल जमशेदपुर ही नहीं पूरे झारखंड के साथ आसपास के प्रदेशों के लोगों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं होता, पूजा की विशेषता यह है कि यहां दक्षिण भारतीय समाज के लोगों अपने विधि विधान के द्वारा संपन्न कराते हैं. इतना ही इस पहाड़ी पूजा महत्सव में समाज के प्रत्येक व्यक्ति का योगदान रहता है. चाहे वह किसी भी पथ या पंथ संबंधित हो. 21 अप्रैल को सुबह 10:00 बजे भूमि पूजन के साथ पूजा का शुभारंभ हो जाएगा. इस दिन क्षेत्र की महिलाएं माता को हल्दी कुमकुम देकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. साथ ही इसी दिन माता के साथ कलश धारण करने के लिए लॉटरी भी होती है. संध्या 7:00 बजे सुहागिन महिलाएं कुमकुम पूजा कर मां का आशीर्वाद प्राप्त करती है. (नीचे भी पढें)
24 को गोल पहाड़ी से होगा मां का आगमन –
बुधवार 24 अप्रैल को संध्या 6:30 बजे लोगों कॉलोनी से सैकड़ो भक्त मां पहाड़ी को लाने के लिए गोल पहाड़ी स्थित मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे. गोल पहाड़ी पहुंचकर मां पहाड़ी की पूजा अर्चना की जाएगी तथा माता के माथे से जो फूल डलिया में गिरेगा उसे लाकर लोको कॉलोनी पूजा मंडप में स्थापित कर दिया जाएगा. इस प्रकार सातों दिन पूरे लोको कॉलोनी में इस पूजा को एक उत्सव रूप में मनाया जाएगा. इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों के साथ अंतिम दिन 30 अप्रैल को रंगारंग झांकी वह धमाकेदार आतिशबाजी के साथ मां को विदाई देते हुए पूजा का समापन होगा.