जमशेदपुर : जमशेदपुर के ग्रेजुएट कॉलेज भले ही बंद हो, लेकिन अधिकारिक कार्य वहां हो रहे है और कुछेक छात्राओं के दस्तावेजी कार्य हो रहे है. शनिवार को ग्रेजुएट कॉलेज में जोरदार हंगामा तब हो गया जब जूनियर क्लास की कुछ छात्राओं को कागजी कार्य पूरा करने के लिए सीनियर छात्राओं ने कॉलेज में बुलवाया. सीनियर छात्राओं ने प्रिंसिपल और अन्य अधिकारियों का नाम लेते हुए जूनियर छात्राओं को कॉलेज में बुलवाया. कॉलेज में जब जूनियर छात्राएं आयी तो उनका रैगिंग किया गया और सीनियर छात्राओं ने कॉलेज में ही उनके साथ मारपीट कर दी, जिससे लड़कियों को चोटें भी लग गयी.
इस घटना के बाद आहत जूनियर क्लास की एक छात्रा ने छत के ऊपर से कूदने की कोशिश की. किसी तरह जूनियर क्लास की ही उक्त छात्रां को पकड़ लिया और उसको किसी तरह नीचे लाया गया. हालांकि, लड़की इतना आहत हो गयी थी वह किसी भी हाल में जीना नहीं चाहती थी. इसको लेकर कॉलेज में हंगामा मच गया. कॉलेज के स्टाफ समेत अन्य लोगों ने उस लड़की को समझाया, लेकिन मामला शांत नहीं हो पाया. आहत छात्रा को अभी समझाने की कोशिशें की जा रही है.
फिलहाल मामले को लेकर पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है और मामले की जांच की जा रही है. इसको लेकर बंद कॉलेज में हंगामा मचा हुआ है और शांत कराने की कोशिश की जा रही है. वैसे अब यह देखने वाली बात होगी कि मामले को लेकर कॉलेज प्रशासन क्या करता है. इस पूरे घटनाक्रम में कॉलेज प्रशासन की क्या भूमिका है. क्यों बंद कॉलेज में जूनियर छात्राओं को बुलाया गया था और वहां छुट्टी होने के बावजूद सीनियर छात्राओं को क्यों बुलाया गया था. पुलिस अपराध के एंगल से भी मामले की जांच करेगी कि आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने वाली लड़कियां कौन थी.
वैसे पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और इस मामले में अब कॉलेज प्रबंधन पर भी नकेल कसा जायेगा. लॉकडाउन उल्लंघन का मामला भी बन सकता है. इस मामले को लेकर कॉलेज प्रशासन फिलहाल स्पष्ट तौर प र कुछ कहने को तैयार नहीं है.
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं पुरानी रंजिस के कारण तो यह मामला नहीं हुआ है. छात्र संगठनों की आपसी राजनीति का यह हिस्सा तो नहीं है. इन सारे बिंदूओं को लेकर अब कॉलेज प्रशासन को दो चार होना होगा. फिलहाल मामले की इंक्वायरी शुरू कर दी गयी है. इस मामले को लेकर माहौल गरम है.