जमशेदपुर : वर्षों से बंद पड़ी केबुल कंपनी को नीलाम किए जाने संबंधी सूचना कंपनी गेट पर चस्पाने के बाद वर्षों के कंपनी खुलने की बाट जोह रहे मजदूरों को एक बार फिर से झटका लगा है. वहीं कंपनी के गेट पर रविवार को मजदूरों ने एक सभा करते हुए एक बार फिर से एनसीएलटी का दरवाजा खटखताने की रणनीति बनाई. वैसे मजदूरों ने साफ कर दिया है, कि लड़ाई आर- पार की होगी चाहे जितनी लंबी लड़नी पड़े. आपको बदा दें कि हाल ही में एनसीएटी कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई है. जहां मजदूरों को फैसला अपने पक्ष में आता नजर आ रहा था, लेकिन अचानक कंपनी गेट पर कंपनी नीलामी की अधिसूचना देख मजदूर भी हतप्रभ हो गए. वहीं मजदूरों का कहना है, कि नोटिस में कंपनी के प्रोप्राईटर का हस्ताक्षर नहीं है, फिर भी कोर्ट के नियमों का वे पालन करेंगे. मगर दुबारा वे न्यायालय का दरवाजा खटखताएंगे. वैसे यह नोटिस एनसीएटी की ओर से चिपकाई गई है. बता दें कि जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के अंतर्गत पड़नेली यह कंपनी लगभग 25 वर्षों से भी अधिक समय से बंद पड़ी हुई है, और लगातार यह कंपनी और यहां के मजदूर राजनीति का केंद्र रहे है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के बाद अब वर्तमान विधायक सरयू राय से यहां के मजदूरों को काफी अपेक्षाएं थीं, मगर कोर्ट का आदेश आने के बाद अब मजदूर मायूस हो चुके हैं. फिर भी मजदूरों ने लड़ाई जारी रखने का ऐलान किया है.