गाजियाबाद/जमशेदपुर : टाटा स्टील के नेशनल बिजनेस हेड विनय त्यागी की हत्या की गुत्थी उलझती जा रही है. विनय त्यागी की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस की 10 टीमें काम कर रही है. लेकिन अब तक कोई ठोस सबूत नहीं हाथ लगे है. सीसीटीवी में एक बाइक पर तीन लड़के जाते हुए दिखे है, जिसके आधार पर हत्यारों की जांच की जा रही है. जहां लाश मिली, उससे पहले कहां पर वे थे, इसकी जांच की जा रही है. तीन लोकेशन के आधार पर जांच की जा रही है. इस मामले में विनय त्यागी के पिता विश्वंभर सिंह त्यागी के बयान पर एफआइआर दायर किया गया है. पुलिस को अब तक यह बातें मालूम चला है कि तीन मिनट के लिए एक मोबाइल से दूसरे मोबाइल में सिम को डाला गया था. उसके बाद से तीन घंटे तक का उनका लोकेशन नहीं मिल पा रहा है. विनय के पिता ने बताया है कि उनका बेटा 17 अप्रैल को कोलकाता से टाटा स्टील के दिल्ली ऑफिस में ज्वाइन किया था. (नीचे भी पढ़ें)
वह अपने कुछ सहकर्मियों और डिस्ट्रीब्यूटर के परफार्मेंस से खुश नहीं था और उनके खिलाफ एक्शन लिया था. यह बताया है कि एक रेस्टोरेंट के मालिक ने शिकायत की थी कि उत्तराखंड के एक वितरक ने नये स्टील के दरवाजे लगाने के लिए उससे 70 लाख रुपये लिये थे, लेकिन कई दिनों के बाद भी काम शुरू नहीं किया. उन्होंने बताया कि उनके बेटे विनय त्यागी ने रेस्टोरेंट का दौरा किया और डिस्ट्रिब्यूटर को ही हटा दिया. पुलिस ने बताया है कि त्यागी पर लूटपाट के प्रयास में हमला किया गया होगा. उनका लैपटॉप, पर्स और फोन गायब था. विनय त्यागी को उनके परिवार के सदस्यों ने शालीमार गार्डेन में खेतन पब्लिक स्कूल के पीछे सड़क किनारे एक गड्ढे में पाया था. परिजनों का कहना है कि हत्या के दिन शुक्रवार को विनय त्यागी ने रात 11.21 बजे अपनी पत्नी रुचि को फोन किया और राजेंद्रनगर मेट्रो स्टेशन से उसको पिक अप करने के लिए कहां. उसने वाट्सएप पर अपना लोकेशन शेयर की, लेकिन थोड़ी देर बाद उसे डिलीट कर दिया और कहा कि वह पैदल घर लौटेगा. एक घंटे बाद भी जब वे घर नहीं आये तो पत्नी ने उनको फोन करना शुरू किया, लेकिन उनका फोन बंद था. (नीचे भी पढ़ें)
मेट्रो स्टेशन जाकर जांच की गयी तो वे वहां नहीं थे. मेट्रो स्टेशन त्यागी के घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है. परिवार ने विनय की तलाश शुरू की. सुबह 3 से 3.30 बजे के बीच वे खेतन स्कूल के पास से गुजर रहे थे. तभी उन्होंने अपने घर से बमुश्किल 200 मीटर दूर एक नाले से एक हाथ बाहर निकला देखा. जब परिजन वहां पहुंचे तो उन्होंने विनय को नाले में पड़ा पाया. इसके बाद उनको बाहर निकाला गया. उनके सीने में दो चाकू के वार थे. अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया. मृतक के पिता विश्वंभर सिंह ने कहा कि विनय की हत्या से पहले उसने 1 लाख 40 हजार रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर किये थे. उनका कहना है कि यह हो सकता है कि किसी मजबूरी में ऐसा किया होगा. वहीं, पुलिस ने बताया कि मृतक का आखिरी लोकेशन लोनी इलाका था. आरोपी ने मृतक के सिम को करीब तीन मिनट के लिए दूसरे फोन में ट्रांसफर किया था और फिर डिवाइस को बंद कर दिया था. हालांकि, पुलिस पता लगा रही है कि मेट्रो स्टेशन से बाहर निकलने के बाद त्यागी ने करीब तीन घंटे तक क्या किया. (नीचे भी पढ़ें)
पुलिस की टीम ने करीब 30 स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज को खंगाला है. कई लोगों से पूछताछ की है. आखिरी बात रात 11.21 बजे उनकी पत्नी से उनकी बात हुई है. इसके बाद उनको नाले में पड़ा पाया गया. यह भी पाया गया कि जहां उनका बॉडी था, वहां खून उतने नहीं थे. यह आशंका जताया जा रहा है कि चाकू से हमला कहीं और किया गया होगा और बाद में विनय त्यागी को वहां लाकर डाल दिया गया होगा. अगर घटनास्थल पर हत्या हुई होती तो खून के निशान पाये जाते. विनय लगभग दो साल से कोलकाता में थे और फिर दिल्ली 17 अप्रैल को भेजा गया था. वे दिल्ली के ही रहने वाले थे. वे काफी खुश थे कि घर के पास ही उनकी पोस्टिंग हो गयी है और वे पैदल ही घर से आना जाना करते थे और लंच पैक कराकर ही जाते थे. पुलिस को अनुसंधान में यह बातें सामने आयी थी कि परिवार को कॉल कर विनय त्यागी ने राजेंद्रनगर मेट्रो से उतरने की बात कहीं थी, लेकिन वह राजबाग मेट्रो स्टेशन उतरे थे. बताया जाता है क उन्होंने राजबाग मेट्रो स्टेशन के पास के शराब की एक दुकान से दो शराब की बोतल भी ली थी. उसके बाद सीसीटीवी में वे दिखे है कि कुछ दूरी तक पैदल गये. वहां कहां बैठे और उनके साथ कौन था, यह जांच की जा रही है. पुलिस को यह आशंका लग रही है कि वह किसी व्यक्ति के साथ थे.