जमशेदपुर : जमशेदपुर साकची गोलचक्कर पर किसान मजदूर एकता मंच के बैनर तले सात सूत्री मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया. वैसे इनका यह राष्ट्रव्यापी आंदोलन पिछले 23 जुलाई से ही जारी है. इस संबंध में मंच के कोल्हान संयोजक ने बताया कि केंद्र सरकार लगातार मजदूर और किसान विरोधी नीतियों के माध्यम से देश के किसानों और मजदूरों को गुलाम बनानी की दिशा में काम कर रही है. वहीं इन्होंने वैश्विक संकट कोरोना की जांच औऱ ईलाज सभी के लिए निःशुल्क किए जाने की मांग की है. साथ ही मनरेगा के तहत 200 दिन का काम और न्यूनतम 6 सौ मजदूरी दिए जाने की मांग की है. वहीं केंद्र सरकार से इन्होंने शहरी क्षेत्र के लिए रोजगार भत्ता 7500 और परिवार के हर सदस्यों को दस किलो अनाज दिए जाने की मांग की है. वहीं इन्होंने बताया कि केंद्र सरकार रेल, कोयला और बैंकिग सेक्टर को निजी हाथों में बेचकर नए श्रम कानून और कृषि कानून थोंपकर देश के मजदूर और किसानों को गुलाम बनाना चाह रही है. साथ ही इन्होंने चेतावनी दिया कि अगर सरकार अपनी नीतियों में बदलाव नहीं लाती है, तो 9 अगस्त के बाद देशव्यापी अवज्ञा आंदोलन शुरू किया जाएगा.
jamshedpur-majdoor-andolan-साकची में मजदूर एकता मंच ने किया प्रदर्शन, मजदूर विरोधी कानूनों का विरोध
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