जमशेदपुर : जब एक उज्जवल कल के लिए देश को तैयार करने की बात करें, तो भारत में युवाओं का कौशल विकास इसके सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है. हालांकि अधिकतर प्रतिष्ठान युवाओं के लिए रोजगार पैदा तो करते हैं, लेकिन बहुत कम प्रतिष्ठान अकुशल लोगों को कुशल बनाने पर काम करते हैं. 2015 में एक स्वतंत्र संस्थान के रूप में स्थापित जेएन टाटा वोकेशनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (जेएनटीवीटीआई) एक पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट है, जो एक आत्मनिर्भर रेवेन्यू मॉडल पर संचालित किया जाता है. इसका उद्देश्य इसके संचालन परिसर के आसपास रहने वाले बेरोजगार युवाओं को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगार से जोड़ने में सहायता प्रदान करना है. वेस्ट बोकारो में जेएनटीवीटीआई केंद्र का उद्घाटन इस साल फरवरी में किया गया था और वर्तमान में 45 स्थानीय युवाओं को माइन सेफ्टी और साइट सेफ्टी सुपरवाइजर कोर्स में प्रशिक्षण दे रहा है. दोतरफा डिजिटल प्रशिक्षण के मामले में जेएनटीवीटीआई सेंटर में अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधा का कोई जोड़ नहीं है. यह संस्थान अब मुख्य रूप से औद्योगिक प्रशिक्षण प्रदान करने पर केंद्रित है. कुशल श्रमशक्ति का एक पूल प्रदान करने के जेएनटीवीटीआई के प्रयासों ने कई वेंडर पार्टनरों के लिए एक संरचित भर्ती प्रक्रिया को सक्षम किया है. यह स्थानीय समुदाय के युवाओं को कौशल हासिल करने का एक मंच प्रदान करता है. यही नहीं यह उन्हें खुद के लिए और उन व्यवसायों के लिए मूल्य सृजित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है, जहां वे कार्यरत हैं. अपने अनुभव को साझा करते हुए जेएनटीवीटीआइ के माइन सुपरवाइजर प्रोग्राम डायरेक्टर सत्यम कुमार पाठक ने बताया कि जब कोविड-19 ने हम पर हमला किया था, तब तो बहुत सारे विद्यार्थी बड़े पैमाने पर प्रभावित हुए थे, क्योंकि वे स्नातक होने ही वाले थे और यकायक सब कुछ बंद हो गया. तब स्थानीय युवाओं को तैयार करने के उद्देश्य से वेस्ट बोकारो में एक जेएनटीवीटीआई सेंटर स्थापित किया गया. यहां सभी कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए नियमित परामर्श के साथ ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया. इससे स्थानीय युवाओं को न केवल एक और मांग वाला हुनर हासिल करने में मदद मिली, बल्कि दूसरे को भी जागरूक किया कि वे भी अपने गांव से बहुत दूर गए बिना अपने हुनर का निर्माण कर सकते हैं. अपने विचार साझा करते हुए जेएनटीवीटीआई, वेस्ट बोकारो के एक छात्र आदित्य कुमार ने कहा कि काउंसलिंग से लेकर केंद्रित ऑनलाइन कक्षाओं और व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए कोर्स का चुनाव करने तक जेएनटीवीटीआई की फैकल्टी और एडमिनिस्ट्रिशन ने बहुत मदद की. मेरा मानना है कि यह स्थानीय युवाओं के लिए वेस्ट बोकारो और इसके आसपास सबसे अच्छे प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है. युवाओं को पुंडी में जेएनटीवीटीआई सेंटर के लिए प्रयास जरूर करना चाहिए और यहां जा कर जानकारी लेनी चाहिए. अपनी स्थापना के बाद से, जेएनटीवीटीआई ने अपने सभी सेंटरों में 4500 से अधिक युवाओं को विभिन्न ट्रेडों और कौशलों में प्रशिक्षित किया है. वेस्ट बोकारो में जेएनटीवीटीआई वर्तमान में दो पूर्णकालिक कार्यक्रम अर्थात माइन सेफ्टी सुपरवाइजर कोर्स और साइट सेफ्टी कोर्स संचालित करता है, जिनकी प्रशिक्षण अवधि 6 महीने से 1 वर्ष के बीच होती है. इसके अलावा, संस्थान का उद्देश्य पहले से कार्यरत कर्मियों को अल्पकालिक कौशल प्रमाणन कार्यक्रम भी प्रदान करना है. इन प्रमाणन कार्यक्रमों को एनएसडीसी की ‘रिकॉगनिशन ऑफ प्रायर लर्निंग स्कमी’ द्वारा मान्यता प्राप्त है और हमारे अधिकांश कार्यक्रम एनएसक्यूएफ फ्रेमवर्क से मान्यता प्राप्त हैं. इन प्रमाणन कार्यक्रमों के साथ, जेएनटीवीटीआई आसपास के औद्योगिक क्षेत्र में अनुबंधित कर्मचारियों को बड़े पैमाने पर कौशल प्रदान करने की चिंता का समाधान कर रहा है.