जमशेदपुर : टाटा स्टील ने भी कोरोना वायरस के संकट से दो चार करने की तैयारी की है. इस तैयारियों के बीच टाटा स्टील में बिना मास्क के इंट्री को रोक दिया गया है. इसके अलावा कोरोना वायरस और उससे उत्पन्न हुई चुनौतियों से लड़ने के लिए भी टाटा स्टील ने अपनी तैयारी कर ली है. इसके तहत लोगों को हर सुविधाएं पहुंचायी जा रही है. इसके तहत टाटा स्टील के टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) से लेकर टाटा स्टील के सीएसआर विभाग की ओर से कड़ी मेहनत की जा रही है. इस कड़ी में टाटा स्टील की ओर से नयी पहल इलाज के लिए की गयी है, जिसके तहत टाटा स्टील द्वारा संचालित टीएमएच में कोविड 19 से ग्रसित गर्भवती महिलाओं के लिए अलग केबिन बना रही है, जो सोमवार या मंगलवार तक शुरू हो जायेगा ताकि अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के बीच किसी तरह का संक्रमण नहीं फैल सके. शनिवार को टाटा स्टील के मेडिकल सर्विसेज के जीएम डॉ राजन चौधरी, टाटा स्टील के सीएसआर के चीफ सौरभ राय और टाटा स्टील की शत-प्रतिशत सब्सिडियरी वाली कंपनी जुस्को के एमडी तरुण डागा ने टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिये पत्रकारों से बातचीत की. इस मौके पर टाटा स्टील मेडिकल सर्विसेज के जीएम डॉ राजन चौधरी ने बताया कि टाटा स्टील की ओर से ओड़िशा के गंजाम जिले में पहले से तैयार 200 बेड के अस्पताल को समर्पित कर दिया है, जो कोरोना वायरस के मरीजों के लिए ही दे दिया गया है. ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इसका उदघाटन किया है. इसके अलावा 150 बेड का ओड़िशा में ही मेडिका अस्पताल के साथ एक अस्पताल कोविड 19 के लिए चलाया जा रहा है जबकि ओड़िशा के ही जोड़ा माइंस के क्षेत्र में 50 बेड का अख़इसोलेशन वार्ड और अन्य सुविधा का युक्त अस्पताल बनाया जा रहा है. कोरोना वायरस को लेकर टीएमएच में सैंपल का टेस्टिंग की अनुमति तो नहीं मिल पायी है, लेकिन सैंपल लेकर टीएमएच से चेकिंग के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा जा रहा है, जहां अब तक सौ से अधिक सैंपल जांच के लिए टीएमएच में भेजे जा चुके है और अब तक कोई पोजिटिव केस नहीं आया है. टीएमएच में सामान्य बीमारियों के इलाज की जहां तक बात है तो जिनके एमआर नंबर है, उनको टेलीफोन पर ही दवा बता दिया जा रहा है. इस सुविधा का लाभ लोग उठा रहे है. हर दिन करीब 350 से 400 लोग इसका लाभ उठा रहे है. लेबर रुम भी संचालित हो रहा है. इमरजेंसी की सारी सेवाएं जारी है. टीएमएच में हर विभाग से जुड़ा एक ओपीडी संचालित हो रहा है, जहां जरूरी केस को ही देखा जा रहा है. सामान्य लोगों को यह अपील की गयी है कि वे लोग अस्पताल नहीं आये, लोगों में संक्रमण बढ़ने का खतरा है. जिनके मरीज अस्पताल में भरती है, उनके परिजन भी अस्पताल में नहीं आये नहीं तो संक्रमण कभी भी बढ़ सकता है. उन्होंने बताया कि एंटी बॉडी टेस्टिंग की व्यवस्था अभी नहीं शुरू की जा सकी है.
टाटा स्टील के सीएसआर विभाग 55 हजार लोगों को खिला रहा खाना, कई सामाजिक लोगों ने भी दिया दान
टाटा स्टील के सीएसआर विभाग की ओर से करीब 55 हजार लोगों को हर दिन अब खाना खिलाया जा रहा है. टाटा स्टील के सीएसआर के चीफ सौरभ राय ने बताया कि हर दिन कोल्हान के अन्य जिलों में 5500 लोगों तक खाना पहुंचाया जा रहा है. अब तक करीब पांच लाख लोगों को टाटा स्टील के माध्यम से खाना खिलाया जा चुका है.ह इस अभियान में कई सामाजिक लोग भी जुड़े है. सीएसआर के चीफ ने बताया कि करीब 180 लोगों ने करीब 45 लाख रुपये टाटा स्टील को दान में भी दिये है, जिसकी राशि खाना खिलाने में उपयोग में लाये जा रहे है. अगर किसी को दान देना भी होता है तो इसके लिए लोग संपर्क कर सकते है. एक प्लेट खाना की कीमत 25 रुपये के करीब आती है. सीएसआर के चीफ ने यह भी बताया कि किसानों से सब्जियों को लेकर बाजार में बेचने की मुहिम भी कामयाब हो रही है. अब तक करीब 70 किसानों को इसके लाभ की राशि पहुंचायी जा चुकी है. जोमैटो के माध्यम से लोग हर दिन सब्जी का ऑर्डर दे रहे है. करीब 3.50 क्विंटल सब्जियों का कारोबार किया जा चुका है और करीब 370 लोग अब तक ऑनलाइन सब्जियां खरीद रहे है. सीएसआर के चीफ ने बताया कि मास्क बनाने के काम में काफी संख्या में लोगों की मदद ली गयी है. करीब 32 हजार 500 मास्क तैयार हो चुका है, जिसको बांटा जा रहा है. करीब एक लाख लोगों को मास्क बनाने का लक्ष्य है. इसको बांटा जायेगा. तीन तरह के मास्क का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके लिए लोगों को जोड़ा जा रहा है. टाटा स्टील के 135 कर्मचारियों द्वारा भी कई तरह की सेवाएं दी जा रही है. इन सेवाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाया जा रहा है.