जमशेदपुर : जमशेदपुर के ग्रामीण इलाके मुसाबनी प्रखंड के जादूगोड़ा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में तैनात डा. बसंत सिंह मुंडा (55) की मौत सोमवार को टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) में हो गई. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. सोनारी निवासी डा. बसंत सिंह मुंडा को किडनी व लीवर की बीमारी थी. 18 जनवरी को उनकी तबीयत जब ज्यादा खराब हुई तो सबसे पहले परसुडीह स्थित सदर अस्पताल लाया गया. इसके बाद 20 जनवरी को टीएमएच रेफर कर दिया गया. उनके निधन से जिला स्वास्थ्य विभाग में शोक की लहर है. सिविल सर्जन डा. एके लाल ने दुख जताते हुए कहा कि कोरोना काल में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. उनकी कमी हमेशा खलेगी. वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के अध्यक्ष डा. जीसी माझी व सचिव डा. सौरभ चौधरी ने भी दुख प्रकट करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में उनका योगदान काफी सराहनीय रहा है.
पहली लहर में कोरोना से मारे गये चिकित्सकों की सूची
डॉ विजय सेठ, डुमरिया सीएचसी के मेडिकल ऑफिसर, पूर्वी सिंहभूम
डॉ जेपी लाल, एमओआइसी सीएचसी जुगसलाई, पूर्वी सिंहभूम
डॉ एमएम अग्रवाल, सेवानिवृत सिविल सर्जन, पूर्वी सिंहभूम
डॉ बीपी चौधरी, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के सेवानिवृत एचओडी डिपार्टमेंट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी
टीएमएच के पूर्व चिकित्सक डॉ एचके गार्डिन
डॉ केएन सिन्हा, जमशेदपुर
दूसरी लहर में कोरोना से मारे गये चिकित्सकों की सूची :
डॉ बिरेंद्र प्रसाद
डॉ दिलीप मांझी
डॉ डीएन सिंह
डॉ मिथलेश कुमार
डॉ आरके राम
डॉ आरपी गुप्ता
डॉ जेवियर बारा
डॉ यूएस सिंह (डेंटिस्ट)
डॉ सुरेंद्र प्रसाद
डॉ रमेश चंद्र त्रिपाठी
डॉ यूके सिन्हा, यूसिल अस्पताल, नरवा
डॉ आरके लाल
डॉ अमरेंद्र कुमार बक्शी
डॉ विभा राय
डॉ बसंत सिंह मुंडा (तीसरी लहर)