Jamshedpur : बिस्टुपुर स्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के विभाग कार्यालय में अभाविप झारखंड के प्रांत सह मंत्री बापन घोष ने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय (kolhan University) के परीक्षा विभाग के द्वारा बार-बार कुछ न कुछ गड़बड़ी देखने को मिल रही है. कभी 90 प्रतिशत विद्यार्थियों को प्रमोट कर दिया जा रहा है, तो कभी जेनरल पेपर के विद्यार्थियों का रिजल्ट ही नहीं आता है.
बापन घोष ने कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कुछ दिन पहले अधिकांश महाविद्यालय के प्राचार्य के माध्यम से परीक्षा नियंत्रक को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि इस कोरोना महामारी की वजह से अधिकांश लोगों का रोजगार चला गया है. यदि किन्हीं का रोजगार हो भी रहा है, तो बहुत ही कम वेतन मिल रहा है. इस वजह से कॉलेज को विभिन्न शुल्क के नाम पर बड़ी रकम देने के लिए विद्यार्थियों के परिवार एवं विद्यार्थी सक्षम नहीं हैं, लेकिन कोल्हान विश्वविद्यालय अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों से सर्टिफिकेट के नाम पर 600 रु समेत कुल 1000 रु प्रत्येक विद्यार्थी से ले रहा है, जो सरासर आर्थिक बोझ है. विश्वविद्यालय स्नातक (UG) पांचवें 05 सेमेस्टर के शुल्क को छठे और पीजी (PG) तीसरे सेमेस्टर के शुल्क को चौथे सेमेस्टर में समायोजित करे.
उन्होंने कहा है कि कोरोना महासंकट के समय विद्यार्थियों को आर्थिक बोझ न देते हुए कोल्हान विश्वविद्यालय 24 घंटे के भीतर शुल्क माफ करने की अधिसूचना जारी करे, अन्यथा परिषद् कोल्हान विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने के लिये बाध्य होगा, जिसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेवार होगा. महानगर सह मंत्री सोनू साह ने कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों से सर्टिफिकेट के शुल्क के रूप में 600 रु न ले कर एक न्यूनतम शुल्क ले. इस बार विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ न पड़े इस लिये स्थानीय खर्च (local levy) को पूरी तरह माफ किया जाये. इस दौरान प्रदेश कार्यकरणी नमिता पाठक, नगर सह मंत्री सोनू साह समेत अन्य उपस्थित थे.