जमशेदपुर : जमशेदपुर में छठ पर्व की तैयारी अंतिम चरण में है. खरना का प्रसाद ग्रहण के साथ ही अब नदी घाट पर जाकर सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. शुक्रवार की शाम को लोग नदी घाटों पर भी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे. लेकिन इस बार नदी घाटों पर पानी की कमी देखी जा रही है. पहले से ही बारिश कम हुई है और ऊपर से नदी से पानी का उठाव भी ज्यादा हुआ है, जिस कारण नदी में पानी की कमी हो गयी है. ऐसे में चारो ओर गंदगी ही गंदगी फैली हुई है. सफाई नदी के तटों पर है, लेकिन पानी की कमी के कारण मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. ऐसे में हर साल ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए नदी में डैम से पानी छोड़ा जाता था ताकि ऊपर की सारी गंदगी बह जाती थी जबकि इस बार पानी नहीं छोड़ा गया. किसी जनप्रतिनिधि या प्रशासनिक पदाधिकारियों ने भी इसका ख्याल नहीं किया. अब भी देर नहीं हुई है. अगर समय रहते पानी छोड़ दिया गया तो शुक्रवार की शाम तक नदी में पानी आ जायेगा और बहते हुए जल में लोग आराम से स्वच्छता के साथ पूजा पाठ कर सकेंगे. इस व्यवस्था के कारण छठ व्रतधारियों में काफी दुख देखा जा रहा है. खास तौर पर जुगसलाई, बिष्टुपुर, कदमा, सोनारी, आदित्यपुर के नदी तटों पर यह समस्या ज्यादा है, जहां सबसे ज्यादा पानी का दोहन होता है. ओड़िशा और चांडिल के डैम से पानी छोड़े जाने से वाटर लेवल भी बेहतर होता है.
jamshedpur-chath-preparation-छठ को लेकर व्रतियों ने की तैयारी, नदी के छठ घाटों में पानी की कमी के कारण पानी में उतरना हुआ मुश्किल, हर साल डैम से छोड़ा जाता था पानी, इस साल कोई इंतजाम नहीं, व्रती दुखी
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