जमशेदपुर : कोरोना के संक्रमण में बड़ी भूमिका निभाने वाले दिल्ली निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात में जमशेदपुर के आजाद नगर के दो लोग शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि केन्द्रीय खुफिया विभाग की ओर से इसकी सूचना सोमवार को ही जिला प्रशासन को दे दिया गया था। इसके बाद से ही जिला पुलिस सक्रिय थी और मंगलवार को शहर के आजादनगर से दिल्ली गए दोनों मौलवियों का पकड़ा गया।
फिर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों का सैंपल लेकर जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजा है। वहीं दोनों संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। दूसरी ओर मंगलवार को जमात में शामिल होने वाले कई लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद हड़कंप मच गया। मुसाबनी से भी चार लोग गए थे।
इन सभी को मुसाबनी के राखा माइंस क्षेत्र के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में बने क्वारिन्टाइन में रखा गया है। इनमें 37 वर्षीय एक व्यक्ति दो मार्च को दिल्ली से लौटकर मझगांव, चाईबासा होते हुए 28 मार्च को बदिया बनगोड़ा टोला पहुंचा था। वहीं 52 वर्षीय एक व्यक्ति कटक से चार मार्च को जमशेदपुर के मानगो स्थित आजाद बस्ती में जबकि पांच मार्च को मझगांव में था। जमात में शामिल होने के लिए पूरे झारखंड से 41 लोग गए थे।
मुसाबानी से 16 व जमशेदपुर से 6 संदिग्ध मरीजों का लिया गया नमूना
पूर्वी सिंहभूम जिले में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से हड़कंप मचा हुअा है। मंगलवार को मुसाबनी के राखा माइंस क्षेत्र के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में बने क्वारिन्टाइन से कुल 16 संदिग्ध मरीजों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। इसमें चार वे संदिग्ध भी शामिल हैं जो कुछ दिन पूर्व नेशनल हाइवे-33 स्थित तमाड़ के रड़गांव से लाए गए थे। वहीं तीन वैसे लोग भी है जिनका चाइना से कनेक्शन रहा है। साथ ही एक संदिग्ध डॉक्टर का भी नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया है। वहीं छह नमूना महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लिया गया है। ये जमशेदपुर के विभिन्न क्षेत्रों के रहने वाले है। इस तरह सोमवार के 113 संदिग्ध मरीजों की संख्या मंगलवार को 135 पहुंच गई है।
एमजीएम अस्पताल में हुई मौत की जांच रिपोर्ट का इंतजार, कोरोना से हुई मौत की संभावना कम
एमजीएम अस्पताल में सोनारी पंचवटी नगर निवासी व्यक्ति की हुई मौत के कारणों की जाँच रिपोर्ट अब तक यानी रात 10 बजकर 30 मिनट तक नही आई है। एमजीएम अस्पताल प्रबंधन की ओर से यह कहा गया था कि मंगलवार की देर शाम तक ही रिपोर्ट आ जायेगी लेकिन यह रिपोर्ट किसी तकनीकी कारणों से नही आयी है। अब बुधवार को लैब से जांच रिपोर्ट आने की संभावना है। लैब की रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगी की कैसे सोनारी पंचवटी नगर के व्यक्ति की मौत कैसे हुई थी। आपको बता दे कि तेज बुखार और तेज सांस चलने की शिकायत के बाद एमजीएम अस्पताल में मंगलवार की अहले सुबह सोनारी पंचवटीनगर निवासी योगेंद्र प्रसाद को भर्ती कराया गया था और सुबह में उनको कोरोना वायरस का मरीज मानते हुए आइसोलेशन वार्ड में बेहतर इलाज के लिए भर्ती करा दिया था। वहाँ इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। इस मामले में कोरोना वायरस होने की आशंका जताई गई थी। इसके बाद उनकी मौत की जांच शुरू कर दी गई और मृतक के सैम्पल को भी जांच के लिए भेज दिया गया ताकि मौत के कारणों का खुलासा हो सके। मंगलवार की देर शाम तक रिपोर्ट आने की संभावना जताई गई थी लेकिन तकनीकी कारणों से जांच रिपोर्ट नही आ पाई। वैसे प्रशासन का दावा है कि 90 फीसदी यह आशंका है कि उक्त व्यक्ति की मौत कोरोना वायरस से नही हुई होगी। वैसे सबको जांच रिपोर्ट का इंतजार है।