जमशेदपुर : साकची स्थित द ग्रेजुएट स्कूल कॉलेज फॉ वीमेन के हिन्दी विभाग में सोमवार को कवि महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की जयंती के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का प्रारम्भ मुख्य अतिथि कालेज की प्राचार्या डा. डी के धंजल के द्वारा निराला जी के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर किया गया। संगोष्ठी में अपने विचार रखते हुए प्राचार्या ने कहा कि निराला जन जन के कवि थे। सच मायने में काव्य के क्षेत्र में ओ आमलोगों का प्रतिनिधित्व करते हुए दिखाई देते हैं। निराला जी का पुरा जीवन संघर्ष भरा रहा। उनकी रचनाएं हमें संघर्षों में भी सकरात्मक रहना सिखाती है। (नीचे भी पढ़े)
हिन्दी विभागाध्यक्ष डा मुकुल खंडेलवाल ने कहा कि निराला छायावाद के प्रमुख कवि थे जो छायावाद के साथ प्रगतिशीलता के विचार को भी पुष्ट करते दिखाई देते हैं। निराला ने समाज के दबीत और शोषित वर्गों पर भी अपनी दृष्टि डाली है। विभाग की शिक्षिका डा. अनुभा जयसवाल ने निराला जी के कविताओं के माध्यम से बताया कि उनकी रचनाएं किस तरह से आम जनमानस को आगे बढने की प्रेरणा देती है। शिक्षक राकेश पाण्डेय ने निराला के जीवन के अनछुए पहलुओं पर प्रकाश डाला और बताया कि निराला क्यों निराला हैं। संगोष्ठी में जया सिंह, प्रियंका कुमारी, रेशमी श्रीवास्तव, पुतुल कुमारी, प्रीति कुमारी ने अपने विचार रखे। संगोष्ठी का संचालन प्रियंका कुमारी और धन्यवाद ज्ञापन पुजा सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रियंवदा, सौम्या, कंचन, निर्मला, मामुनी समेत विभाग की छात्राएं उपस्थित थीं।