बहरागोड़ा : भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि राज्य सरकार किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गरमा धान भी क्रय करे. उन्होंने कहा कि पूर्वी सिंहभूम सहित राज्य के कई जिलों में बड़े पैमाने पर गरमा धान के फसल उपजाये जाते हैं. बहरागोड़ा विस क्षेत्र धान को टोकरी कहा जाता है. इस वर्ष बहरागोड़ा विस क्षेत्र में भी गरमा धान की फसल अच्छी हुई है. कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में सरकारें किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गरमा धान क्रय करती हैं परन्तु झारखंड में किसानों को यह सुविधा प्राप्त नहीं है. जिससे किसान अपनी उपज को औने-पौने दाम पर धान बेचने पर विवश हैं. डॉ गोस्वामी ने बहरागोड़ा प्रखंड के डुमुरिया गांव में किसानों के साथ बैठक करने के बाद उक्त बातें कही है. डॉ गोस्वामी अपने खेतों में उपजाये गरमा धान के फसल को भी देखा. डॉ गोस्वामी ने कहा कि बीज, खाद और कीटनाशक दवाओं की कीमतें बढ़ने के कारण कृषि लागत दर काफी बढ़ गई है. अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार किसानों से धान नहीं क्रय करेगी तो किसानों को काफी कम कीमतों पर अपने गरमा धान बेचने के लिए विवश होना पड़ेगा. डॉ गोस्वामी ने कहा कि राज्य की हेमंत सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील नहीं है. सरकार की घोषणा के बावजूद अबतक किसानों का ॠण माफ नहीं हुआ है. राज्य की बिजली विभाग किसानों के प्रति असंवेदनशील रवैया अपनाये हुए है. इससे किसान त्रस्त हैं.
Jamshedpur-rural : गरमा धान पर भी किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले : डॉ गोस्वामी
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