जमशेदपुर : जमशेदपुर के साकची बसंत टॉकीज के सामने स्थित हनुमान मंदिर के विवाद के बीच पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के करीबी भाजपा नेता रामबाबू तिवारी भी कूद गये है. रामबाबू तिवारी अपने दल बल के साथ मंदिर स्थल पर पहुंचे. उनके साथ जमशेदपुर महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष विजय खां भी थे. इन लोगों ने श्रीश्री हनुमान मंदिर निर्माण कमिटी की बैठक की. बैठक की अध्यक्षता मंदिर कमिटी के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने की जबकि संचालन उपाध्यक्ष राकेश साहू ने किया और धन्यवाद ज्ञापन सोनू सिंह ने किया. बैठक में मंदिर कमिटी ने बताया कि ईश्वर की आशिम अनुकम्पा से श्री श्री हनुमान मंदिर निर्माण समिति द्वारा मंदिर निर्माण का कार्य सनातन उत्सव समिति करा रही है और बेहतर कार्य हो इसके लिये हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा. भव्य मंदिर निर्माण हो इसके लिए मंदिर समिति ने तीन प्रस्ताव पारित किया. पहला झारखण्ड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता को सरंक्षक बनाया जाए, निर्माण कार्य मे अवरुद्ध पैदा करने वालो को किसी भी रूप में कमिटी में शामिल नही किया जायेगा, पूजा पाठ और आरती पर किसी को रोक नही लगेगा, जिन्हें पूजन आरती करना है स्वेच्छा से आये और करे, पूर्व की भांति निर्माण कार्य समयावधि से पूर्व सम्पन्न होगा, इस पर भी फैसला लिया गया. इस पर बैठक में उपस्थित कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय खां और परविंदर सिंह ने मंत्री से मिलकर सहमति लेने की बात कहते हुए कहा कि ईश्वरीय कार्य मे सभी का सहयोग होना चाहिए. आपसी विवाद पैदा नही हो, इसके लिए हम सभी मिलकर एक प्रयास करे ताकि मंदिर का भव्यता और बेहतर हो और बेहतर वातावरण में मंदिर निर्माण हो. सबकी आस्था हिन्दू और हिंदुत्व और हिन्दुओ के सभ्यता और संस्कृति पर टिकी है. ईश्वरीय कार्य मे कोई भी अवरोध पैदा नही कर सकता है और मंदिर निर्माण कार्य पूर्व की भांति शुरू रहेगा. बैठक में उपस्थित भाजपा नेता रामबाबू तिवारी ने कहा कि माननीय जी कार्य के विपरीत कार्य करते है. कुछ लोगो को यहां का अमन चैन पसन्द नही हैं, इसलिए यहां भी विवाद पैदा करना चाहते है, इनकी मंशा कभी सूर्य मंदिर तो कभी देव स्थान बर्मामाइंस तो कभी बिरसानगर के मंदिर लेकिन सफलता कही नही मिला, क्षेत्र का विकास करना चाहिए तो मंदिर हड़पने का काम करने लगे है ऐसे लोगो की मंशा कभी कामयाब नही होने देंगे. बैठक में मुख्य रूप से चिंटू सिंह, हरीश राय, अप्पू तिवारी, वीर सिंह, प्रभात शाही, सिद्धार्थ पांडेय, शैलेश गुप्ता, रमेश यादव, विनय शुक्ला, मनु शाही, राहुल दुर्गे, संजय सोना, छोटू पण्डित, ललित राव, मिथुन कुमार, ऋषव सिंह, कुलदीप सिंह, चुनमुन कुमार, सौरभ कुमार, मोंटी अग्रवाल, अजित शर्मा, विकास सिंह, राजू ओझा समेत अन्य लोग मौजूद थे.
दूसरी ओर, जिला प्रशासन ने 43 लोगों को 107 का नोटिस कर दिया है. शांति भंग करने की आशंका को लेकर यह नोटिस जारी की जाती है. इसमें सुरेंद्र शर्मा के समर्थन में आये अजय गुप्ता, दीपक वर्मा, चिंटू सिंह, सुरेन्द्र शर्मा, राकेश साहु, अजीत शर्मा, पिन्टू दास, संतोष मिश्रा, लुलू दास, हरेश्वर राय उर्फ हरीश, अप्पू तिवारी, राहुल दुर्गे, ललित राव, रमेश यादव, प्रभात शाही, राजेश त्रिपाठी, हेमंत साहु, निर्मल दीक्षित, ध्रुव मिश्रा, मुकेश सिंह और रितिका साहु शामिल है जबकि जोगिंदर सिंह जोगी की ओर से सुबोध श्रीवास्तव, योगेन्द्र सिंह योगी, राजू मारवाह, अमित शर्मा, रवि सिंह, विनोद पांडेय, मंजू सिंह, किरण सिंह, आरती मुखी, काकोली मुखर्जी, नवीन कुमार, शक्ति सिंह, राजन राजपूत, सौरव सिंह, गोल्डन पांडेय, सुमित साहु, मार्टिन, खचित जायसवाल और साकेत उज्जैन को नोटिस दिया गया है. नोटिस के बाद अब वहां निषेधाज्ञा लागू की जा रही है. इसको लेकर तैयारी की जा रही है.