जमशेदपुर : हाल में एक रांची में शिक्षा मंत्री ने राज्य के निजी स्कूलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी. बैठक में विभिन्न पहलुओं पर विचार करते हुए स्कूलों द्वारा दो महीने लॉकडाउन की अवधि की केवल ट्यूशन फीस लेने का निर्णय लिया गया था. इस पर स्कूलों की ओर से सहमति भी प्रदान की गयी थी. लेकिन उसके बाद भी शहर के स्कूल बैठक में लिये गये निर्णय को ठेंगा दिखा रहे हैं. मतलब साफ है कि स्कूल अभिभावकों से लॉकडाउन अवधि की ट्यूशन फीस के अलावा अन्य मद में भी फीस वसूल रहे हैं. ऐसा एक मामला जुस्को स्कूल साउथ पार्क का प्रकाश में आया है, जहां अभिभावकों से पूरी फीस (ट्यूशन फीस के साथ अन्य मद) वसूली जा रही है. अभिभावकों की मानें, तो उक्त बैठक के निर्णय का हवाला देने पर स्कूल की ओर से साफ तौर पर यह का जा रहा है कि निर्णय से संबंधित सरकार की ओर से कोई लिखित आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. इसलिए पूरी फीस देनी होगी. इस तरह सातवीं व आठवीं कक्षा के बच्चों के अभिभावकों से अप्रैल, मई व जून महीने की पूरी फीस के रूप में 7105 रुपये की वसूली की जा रही है. इसमें ट्यूशन फीस के अलावा कप्यूर फीस, लाइब्रेरी एंड गेम्स, मेंटेनेंस फीस, असेसमेंट फीस व बिल्डिंग डेवलपमेंट फीस शामिल है.