चाईबासा : अब लॉकडाउन के दौरान असहाय, दिव्यांग जो स्वयं भोजन बनाने में असक्षम है, वैसे लोगों को आंगनबाड़ी केंद्रों में तैयार भोजन मिलेगा। गुरुवार सदर प्रखंड के शंकोसाई और कातिगुटू आंगनबाड़ी केंद्र में मुख्यमंत्री आंगनबाड़ी होमलेस किचन का शुभारंभ चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा ने किया। आंगनबाड़ी में इस होमलेस किचन का शुभारंभ करने के साथ पश्चिमी सिंहभूम जिला राज्य का पहला जिला बन गया है। शुभारंभ के अवसर पर विधायक दीपक बिरुवा, सदर बीडीओ पारुल सिंह, सीडीपीओ संगीता स्नेहलता ने भी वृद्धाओं को भोजन परोसकर खाना खिलाया। पहले चरण के तहत दो हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में यह शुरुआत की जानी है। आवश्यकता होने पर अन्य आंगनबाड़ी केंद्र में भी इसे लागू किया जाएगा। इस जिला में मुख्यमंत्री आंगनबाड़ी होमलेस किचन सीएसआर के तहत टाटा स्टील फाउंडेशन, स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड (सेल) और एसीसी के सौजन्य से संचालित होगा। जानकारी हो कि जिला प्रशासन के साथ बैठक में विधायक दीपक बिरुवा ने आंगनबाड़ी केंद्रों में लॉकडाउन में गरीब असहायों और दिव्यांगो के लिए भोजन कराने का प्रस्ताव रखा था। जिस पर प्रशासन द्वारा भी शीघ्र कदम उठाया गया।
विधायक दीपक बिरुवा ने कहा कि झारखण्ड सरकार और जिला प्रशासन की तत्परता से यह कार्य योजना शीघ्र ही शुरू की गई। यह विशेष कर सुदूर गांव के लोगों के लिए उपयोगी साबित होगा। श्री बिरुवा ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि लॉकडाउन में गरीब असहायों को तकलीफ नहीं हो। इसलिए मुख्यमंत्री दीदी किचन पंचायतों में शुरू किया गया। लेकिन दूर गांव वालों तक इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था। इसलिए मुख्यमंत्री आंगनबाड़ी होमलेस किचन को धरातल पर उतारा गया। जिसमें जिला प्रशासनिक अधिकारियों की टीम की अहम भूमिका रही। राज्य में पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यमंत्री आंगनबाड़ी होमलेस किचन शुरू कर ने वाला पहला जिला बन गया है। इस अवसर पर आंगनबाड़ी सेविकाओं के बीच संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र के लिए खाद्यान्न का भी वितरण विधायक द्वारा किया गया। सीडीपीओ संगीता स्नेहलता ने बताया कि शुक्रवार को हाटगम्हरिया प्रखंड अंतर्गत जामडीह पंचायत के नोगड़ा में भी मुख्यमंत्री आंगनबाड़ी होमलेस किचन की शुरुआत विधायक दीपक बिरुवा द्वारा की जायेगी।