रामगोपाल जेना/तांतनगर : तांतनगर प्रखंड के कुलाबुरू गांव में लगभग 50 लाख की लागत से बन रहे उप स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण में कार्यरत मजदूरों को ठेकेदार के द्वारा दैनिक मात्र 250 रुपये भुगतान किये जा रहे हैं. इसकी शिकायत मिलने पर मंझारी के जिला परिषद् सदस्य माधव चंद्र कुंकल ने मजदूरों से मुलाकात की. श्री कुंकल ने मजदूरों को बताया कि दैनिक मजदूरी 352 रुपये लागू है और ठेकेदार के द्वारा मात्र 250 रुपये दैनिक मजदूरी भुगतान किया जाना मजदूरों का आर्थिक शोषण है. उन्होंने बताया कि कार्यस्थल पर कोई साईन बोर्ड भी नहीं लगा है, जिससे पता चल सके कि किस विभाग से बनाया जा रहा है? सरकारी कार्यालयों में बैठने वाले अफसरों और पदाधिकारियों के द्वारा अधिक पैमाने पर कमीशन की मांग किये जाने का नतीजा है कि ठेकेदारों को मजदूरों का शोषण करने का बल मिल जाता है. (नीचे भी पढ़ें)
बाद में ग्रामीण मजदूरों ने बैठक कर निर्णय लिया कि गांव में काफी बेरोजगार मिस्त्री हैं जो बाहर पलायन करने को विवश हैं और बाहर, मुर्शिदाबाद के मिस्त्री गांव के बेरोजगार युवाओं का काम छीन रहे हैं. इसलिए बाहर के मिस्त्रियों को गांव में बन रहे उप स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण में काम करने पर रोक लगाई जाएगी और 352 रुपये न्यूनतम मजदूरी भुगतान नहीं होने तक काम पर रोक लगा दी जाएगी. मौके पर हरीश कालुंडिया, महती कालुंडिया, डुमनी कालुंडिया, अनामिका कालुंडिया, माधुरी कालुंडिया, बसंती कालुंडिया, दिकू कालुंडिया, गार्दी कालुंडिया, शत्रुघ्न कुंकल, मानकी जोंको, मंगल जोंको आदि उपस्थित थे.