चाईबासा : जगन्नाथपुर थाना अंतर्गत मालुका रेलवे स्टेशन स्थित शिव मंदिर परिसर में घुस कर शिव लिंग तथा बीते शनिवार को अज्ञात बदमाशों द्वारा जगन्नाथपुर मोंगरा रोड स्थित मंदिर में मां पाउड़ी की शिला तोड़-फोड़ की गयी थी। इस घटना को लेकर जगन्नाथपुर पुलिस ने सक्रयिता दिखाते हुए महज 24 घंटा के अंतराल में मामले का उद्भेदन करते हुए मंदिर में तोड़ फोड़ करने वाले नाबालिग को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया। इस मामले को लेकर जगन्नाथपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप उरांव ने प्रेस वार्ता कर बताया गया कि शनिवार को पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा को सूचना प्राप्त हुई कि मोगरा रोड स्थित देवी मंडप जगन्नापुर में कुछ अज्ञात असामजिक तत्वों के द्वारा मंदिर में हनुमान जी के झंडे को उतार कर बगल में फेक दिया गया है एवं मंदिर प्रांगण के बीच में ही अवस्थित भगवान की मूर्ति से तोड़-फोड़ की गया है. इसके साथ ही चापाकल के पास स्थित एक पार्टी का झंडे लेकर 25 फीट की दूरी पर एक डंडे से लगा कर, गाड़ दिया गया है। इस सूचना के सत्यापन एवं विधि सम्मत आवश्यक कार्रवाई तथा उद्भेदन के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जगन्नाथपुर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
टीम ने घटनास्थल पर पहुंच कर वस्तुस्थित की जानकारी ली, घटना को सही पाय एवं घटनास्थल पर ही एक कागज में लिखा हुआ मोबाइल नम्बर मिला, जो हो भाषा में कुछ लिखा हुआ था. टीम ने उसे जब्त कर लिया। इस संबंध में ग्रामीण मुण्डा के लिखित आवेदन के आधार पर जगन्नाथपुर थाना में अज्ञात अपराधकर्मी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। टीम के द्वारा गहन अनुसंधान एवं छानबीन के क्रम में बरामद कागज पर लिखा हुआ मोबाइल नम्बर एवं हो भाषा में लिखे हुए नाम के आधार पर 17 वर्षीय किशोर जो स्थानीय है, को दिनांक तीन मई को गिरफ्तार किया गया। उसने अपने स्वीकरोक्ति बयान में बताया कि कुछ दिन पहले पासबुक एवं आधार कार्ड खो गया था। इसलिए दिनांक दो मई को नया पासबुक बनवाने और पैसा निकालने बैंक गया था। जब उसको बैंक से नया पासबुक और पैसा नहीं मिला तो अति-भावुकता में दुखी होकर एवं अपना काम न कर पाने की क्षोभ में घर के लिए चल दिया एवं उसी क्रम में पाउडी मंदिर के पीछे स्थित नाला में स्नान किया और स्नान कर पाउडी मंदिर के परिसर में पहुचकर मंदिर के गेट को हिला कर तोड़ दिया और अन्दर घुस कर नारियल फोड़ने वाला पत्थर से मंदिर परिसर में बनी मूर्ति एवं शिला को तोड़ दिया. इसके अलावा हनुमान भगवान के झंडे को उतार कर मंदिर के बगल में फेक दिया एवं वहीं पर डेढ़-दो घंटे इंतजार करने के पश्चात वह अपने घर चला गया।
अनुसंधान के कम में यह बात प्रकाश में आयी है कि इसके द्वारा पूर्व में भी पत्थर टुकड़ा फेकने का दृष्टांत रहा है। मामला महत्वपूर्ण होने के बावजूद जेजे एक्ट का पालन करते हुए आरोपी के नाम / पता / फोटो का उल्लेख नहीं किया गया है। उल्लेखनीय है कि उसका आधार कार्ड और पासबुक खोने के दिन बहुत उदास था और केन्दपोसी से रेल पटरी होते हुए मालुका गया और मालुका स्टेशन पर कुछ देर बैठने के बाद स्टेशन से करीब 100 मीटर की दूरी पर बने मालुका मंदिर में लगी घंटी को खोलने का प्रयास किया। जब घटी नहीं खुली तो मंदिर में अवस्थित शिवलिंग को तोड़ने का प्रयास किया था। इस संबंध में जगन्नाथपुर थाना में मामला दर्ज किया गया है।
छापामारी दल में ये थे शामिल
पदाधिकारी / कर्मी प्रदीप उरांव, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक, पवन कुमार, परिपुअनि, जगन्नाथपुर थाना, नन्द किशोर सिंह, सअनि जगन्नाथपुर थाना, तारकनाथ सिंह, सअनि जगन्नाथपुर थाना, अमलेश कुमार सिंह सअनि हाटगम्हरिया थाना एवं सशस्त्र बल.