रांची : झारखंड की प्रमुख सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने अपने कोटे के झारखंड के सारे सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. सिर्फ जमशेदपुर अकेले लोकसभा सीट है, जहां प्रत्याशी की घोषणा झामुमो ने नहीं की है. जमशेदपुर लोकसभा सीट झामुमो के कोटे में है. यहां से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गयी. सूत्रों के मुताबिक, जमशेदपुर संसदीय सीट को लेकर झामुमो में ही अंदरुनी विवाद हो गया है. बताया जाता है कि एक पक्ष चाहता है कि हर हाल में वहां के स्थानीय नेता आस्तिक महतो को टिकट दिया जाये. वहीं, दूसरा पक्ष चाहता है कि पार्टी में फिर से कुणाल षाड़ंगी की इंट्री करा दी जाये. उनकी घरवापसी कराना हर कोई चाहता है और कुणाल को ही टिकट दिलाने के पक्षधर है. सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को झामुमो के जमशेदपुर संसदीय सीट के चारों विधायकों को बुलाया गया था. चारो विधायकों में से दो विधायकों ने आस्तिक महतो का समर्थन कर दिया जबकि दो विधायकों के साथ मिलकर जमशेदपुर जिला झामुमो अध्यक्ष और घाटशिला से विधायक रामदास सोरेन ने भी समर्थन कर दिया. लेकिन ऐन मौके पर कुणाल षाड़ंगी का नाम मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने आगे किया. (नीचे भी पढ़ें)
कुणाल षाड़ंगी को टिकट देना खुद झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री हेमत सोरेन भी देना चाहते है. यहीं वजह है कि उनका नाम को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद यह तय किया गया कि बाद में जमशेदपुर सीट पर प्रत्याशी की घोषणा की जायेगी. अगर सबकुछ सामान्य होता तो सिंहभूम संसदीय सीट से जोबा मांझी और राजमहल से विजय हांसदा के टिकट की घोषणा के साथ जमशेदपुर सीट पर भी घोषणा हो जाती. लेकिन इसको रोक दिया गया और होल्ड कर दिया गया. इसी तरह गांडेय विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी चर्चा की गयी. यहां से भी कल्पना सोरेन का नाम फाइनल है, लेकिन इसकी घोषणा बाकि है. बताया जाता है कि कल्पना सोरेन को पहले गांडेय क्षेत्र का भ्रमण करा लिया जायेगा, उसके बाद टिकट की घोषणा की जायेगी.