जमशेदपुर : राज्य के पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी के कद्दावर विधायक सरयू राय ने झारखंड के मुख्यमंत्री सरयू राय को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने लॉकडाउन में छूट देने की मांग की है. लिखे गये पत्र में श्री राय ने कहा है कि उम्मीद थी कि लॉकडाउन-3 में आर्थिक गतिविधियां आरंभ करने के लिए मुख्यमंत्री के स्तर से किसी न किसी प्रकार की नियंत्रित छूट मिलने की घोषणा मंगलवार को होगी. ऐसा नहीं हुआ तो जरूर ही इसका कोई न कोई कारण होगा. आप अवगत हैं कि झारखंड के सभी पड़ोसी राज्यों ने लॉकडाउन-3 की अवधि में विगत 3 मई, 2020 से ही आर्थिक गतिविधियाँ चलाने के लिये किसी न किसी प्रकार की नियंत्रित छूट अपने राज्य में देने की अधिसूचना जारी कर चुका है. यदि लॉकडाउन-3 में झारखंड में भी छूट मिलती है तो उद्योग, व्यवसाय एवं अन्य आर्थिक गतिविधियों की तथा रोजाना काम करने वाले श्रमिकों की परेशानियाँ एक सीमा तक दूर हो जाएगी. खेती का समय आ रहा है. देश का अन्न भंडार भरा रहने के लिये कृषि गतिविधियाँ आरम्भ होना जरूरी है. कुछ लोगों को लगता होगा कि किसानों के बैंक खाता में केवल पांच-दस हजार रुपये डाल देने से ही खेती-किसानी की सहायता हो जायेगी तो ऐसा सोचना सही नहीं है. खेती के लिए किसानों को आवश्यक उपकरण, उपकरणों एवं कृषि यंत्रों के पाट-पूर्जे तथा खाद, बीज, कीटनाशक जैसे इनपुट भी चाहिए जिनका मिलना बाजार खुलने से ही संभव है. झारखंड में लॉकडाउन-3 की अवधि में छूट नहीं मिलने से लोगों के मन में असमंजस है कि आखिर इसका कारण क्या हो सकता है ? जब पड़ोसी राज्यों की जनता विगत 3 मई से ही लॉकडाउन-3 में नियंत्रित छूट के साथ गुजर-बसर कर रही है और अपनी आर्थिक गतिविधियाँ चला रही है परंतु झारखंड में ऐसा नहीं हो रहा है तो जरूर इसके पीछे कोई न कोई ठोस कारण होगा. इससे लोग अवगत होना चाहेंगे. श्री राय ने अनुरोध किया है कि लोगों का असमंजस दूर हो, उनकी जिज्ञासा पूरी हो खेती एवं अन्य गतिविधियाँ को गति मिले इसके लिये अपने स्तर से आवश्यक प्रयास करेंगे.
jamshedpur-mla-saryu-roy-पूर्व मंत्री सरयू राय ने सीएम को लिखा पत्र, कहा-अब आर्थिक गतिविधियों को शुरू कराने की जरूरत, नियंत्रित छूट दें सरकार, कुछ लोगों को लगता है सिर्फ 5 से 10 हजार रुपये देने भर से राहत मिल जायेगी, जो सोचना गलत है
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