जमशेदपुर : टाटा स्टील की ओर से जमशेदपुर के सौ साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में खुद उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शिरकत की. लेकिन इस कार्यक्रम से जनप्रतिनिधियों को दूर ही रखा गया. इस मामले को जिला परिषद के उपाध्यक्ष और भाजपा नेता राजकुमार सिंह ने गंभीरता से लिया है. राजकुमार सिंह ने कहा है कि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू जमशेदपुर की धरती पर पधारे, यह न केवल जमशेदपुर बल्कि पूरे कोल्हान के लिए गर्व की बात है. किन्तु टाटा स्टील ने इस कार्यक्रम में पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े जनप्रतिनिधियों को न बुलाकर यह सिद्ध कर दिया कि उसका ग्रामीण जनता और पंचायती राज व्यवस्था से कोई सरोकार नहीं है. टाटा स्टील ने अपने कार्यक्रम में सांसद, विधायक और सरकारी अधिकारियों को आमंत्रित किया, लेकिन जिला परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों को आमंत्रण न भेज कर उनका अनादर किया है और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में टाटा स्टील हमेशा से पंचायत प्रतिनिधियों की उपेक्षा करती आ रही है, जो यह दर्शाता है कि टाटा स्टील का वर्तमान प्रबंधन को ग्रामीण जनता और पंचायती राज की कोई परवाह नहीं है. उन्होंने कहा कि वे लोग जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं. उनका अपमान टाटा स्टील को भारी पड़ सकता है. राजकुमार सिंह ने कहा है कि उन लोगों ने तय किया है कि आगे से टाटा स्टील कोई भी बड़ा कार्यक्रम करेगी तो उसका विरोध किया जाएगा.