जमशेदपुर : शारदीय नवरात्रि का पर्व चल रहा है. हिंदू धर्म में नवरात्रि के पर्व को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. नवरात्रि में मां दुर्गा की विशेष उपासना और पूजा की जाती है. नवरात्रि के सातवें दिन महापूजा आरंभ होती है. जिसे महासप्तमी पूजा कहा जाता है. इस दिन प्रात:काल नवपत्रिका पूजा यानी नौ तरह की पत्तियों से मिलाकर बनाए गए गुच्छे से दुर्गा आह्वान किया किया गया. नवरात्रि के आखिरी के चार दिन बेहद महत्वपूर्ण और पवित्र माने गए हैं. जहां हिंदू नवरात्रि के रूप में मां दुर्गा के अलग अलग नौ स्वरूप की पूजा करते हैं. नवरात्रि के सातवें दिन मां दुर्गा की महापूजा की जा रही है. इसे महासप्तमी पूजा के नाम से भी जाना जाता है. (नीचे भी पढ़ें)
सप्तमी की तिथि पर प्रात: नौ तरह की पत्तियों का गुच्छा बनाकर मां दुर्गा का आह्वान और आराधना की गयी. मान्यता के अनुसार इन नौ अलग-अलग तरह की पत्तियों को मां दुर्गा का स्वरूप माना जाता है. इन नौ पौधों की पूजा को नवपत्रिका के नाम से जाना जाता है. नवपत्रिका के दिन प्रात:काल मां दुर्गा को नदी में स्नान कराया गया. इसे महास्नान भी कहा जाता है. इसे लेकर रविवार की सुबह शहर के विभिन्न नदी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही. पत्तियों या पौधों को पीले रंग के धागे के साथ सफेद अपराजिता पौधों की टहनियों से बांधा गया. उसके बाद बाजे-गाजे के साथ उसे पूजा पंडाल में ले आकर घट के साथ स्थापित किया गया. इस तहत पंडालों में महासप्तमी की पूजा आरंभ हुई.