चाकुलिया : चाकुलिया के रास मंच मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन कथावाचक हंसानन्द महराज ने कहा कि कृष्ण नाम का जाप करने मात्र से ही जीवन से सारे संकट टल जाते हैं। माताओं को सबसे अच्छी और प्रिय मायके से आई वस्तु लगती है। कलयुग में गोविंद का दर्शन करना हो तो गौ माता की सेवा करें। बालक, माताएं और वृद्ध की जिद के आगे सभी झुक जाते हैं। (नीचे भी पढ़ें)
कन्हैया की बाल लीला का वर्णन करते हुए हंसानद महाराज ने कहा कि भगवान गौ चराने के बहाने राक्षसों के उद्धार के लिए वन जाते थे। पूरी के राजा का कटहल बागान आज भी प्रभु जगन्नाथ के नाम पर है। राजा के बागान में भगवान एक बार कटहल की चोरी करने गए थे। इस बात की जानकारी राजा को लगी तो उन्होंने भगवान को फिर कभी चोरी न करनी पड़े इसलिए अपने बागान को प्रभु के नाम पर दान कर दिया। (नीचे भी पढ़ें और वीडियो देखें)
कथा के पांचवें दिन कृष्ण की बाल लीला और गोवर्धन पूजा की कथा सुनाई गई। भगवान कृष्ण की बाल लीला सुनकर भक्त भाव विभोर हो उठे। स्वामी जी द्वारा गाये गये भजन वृंदावन जाना है, मुझे राधे राधे गाना है…, तोहे माखन रोटी देई दू्ंगी चराई लाओ मेरी गइया…. जैसे गीत पर श्रोता ने ताली बजाने के साथ ही थिरकने को विवश हो उठे। कथा सुनने के लिए मंदिर परिसर में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।