जमशेदपुरः आज देशभर में महिलाएं अपने संतान की लंबी आयु व सुख समृद्धि के लिए जितिया व्रत रखती है. इसी के साथ आज जितिया का पहला दिन है और पहला दिन का शुभारंभ नहाय-खाय के साथ होती है. वैसे मिथिला पंचांग के अनुसार आज सुबह से व्रत शुरू हो चुका है जो कल यानी बुधवार सूर्यास्त के बाद टूटेगा. जबकि काशी पंचांग के अनुसार कल सूर्योदय से पूर्व व्रत शुरू होगा और गुरुवार सूर्योदय के बाद समाप्त होगा. काशी पंचांग के अनुसार आज व्रती महिलाएं स्नान ध्यान कर मड़वा आटा से रोटियां तैयार करती है. वहीं मड़वा की रोटी, नोनी का साग व सतपुतिया की सब्जी तैयार कर भोजन ग्रहण करती है. वहीं व्रती महिलाएं अपने बच्चों को भी प्रसाद के रूप में निवाला खिलाती है. (नीचे भी पढ़ें)
वहीं कल यानी बुधवार को व्रती महिलाएं चार बजे से पहले सरगही खा कर निर्गला व्रत रखेगी जिसके बाद गुरुवार को पारण के साथ व्रत संपन्न किया जाता है. इस दौरान महिलाएं जितिया का माला भी अपने गले में पहनती है. हिन्दू पंचागं में जितिया आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को व्रत रखी जाती है. इसे अलग- अलग राज्यों में अलग अलग नाम से जाना जाता है. कहीं इसे जितिया, कहीं जीवित्पुत्रिका, तो कहीं जीमूतवाहन व्रत के नाम से भी जाता है. वहीं महिलाएं व्रती जिउतिया, सतपुतिया झिंगली, नोनी साग, कंदे, मडुआ आटे आदि की जमकर खरीददारी करते दिखे.
जितिया व्रत का शुभ मुहूर्त-
28 सितंबर (मंगलवार) की शाम 06 बजकर 16 मिनट से प्रारंभ हो रही है. वहीं 29 सितंबर (बुधवार) की रात 8 बजकर 29 मिनट तक रहेगी. उदय तिथि के कारण व्रती महिलाएं कल यानी बुधवार को व्रत रखेगी. वहीं आज नहाय खाय के साथ व्रत का शुभारंभ करेंगी. 30 सितंबर (गुरुवार) को व्रती महिलाएं पारण करेगी.