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Jamshedpur politics : विधायक सरयू राय की पार्टी भाजमो के आरोपों से भाजपाइ बौखलाये, भाजपा नेता रामबाबू तिवारी का पलटवार, कहा – मंत्री बन्ना गुप्ता से सरयू राय सीखे, कैसे होता है काम, तीन माह से मरीज को दौड़ाकर विधायक ने नहीं किया था काम, मंत्री के पास हम इलाज कराने ले गये थे, भाजपा की चिंता भाजमो वाले नहीं करें, भूपेंद्र सिंह ने भी कहीं यह बात

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जमशेदपुर : जमशेदपुर पूर्वी के भाजपा नेता रामबाबू तिवारी के मंत्री बन्ना गुप्ता के पास होने के फोटो जारी होने के बाद राजनीतिक माहौल एक बार फिर से गर्मा गये है. इस मामले को लेकर विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जनतंत्र मोर्चा (भाजमो) नेता मनोज सिंह उज्जैन और अन्य नेताओं के बयान के विरुद्ध भाजपा नेताओं ने भी मोर्चा खोल दिया है. भाजपा नेता रामबाबू तिवारी ने इस मामले में पलटवार किया है. उन्होंने कड़े लहजे में इस बयानबाजी का विरोध किया है और कहा है कि किसी मरीज का इलाज कराने के लिए वे मदद के लिए मंत्री बन्ना गुप्ता के पास गये थे. किसी की मदद के लिए वे किसी के पास जा सकते है. इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. श्री तिवारी ने कहा कि इसको लेकर आपत्ति वे लोग कर रहे है, जो हमारे दल में यानी भाजपा में नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा के बारे में उन लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. इसके लिए भाजपा के नेता और असंख्य कार्यकर्ता काफी है. उन्होंने विधायक सरयू राय पर भी हमला बोला और कहा कि अगर भाजमो के विधायक सरयू राय काम करते होते तो कोई व्यक्ति मंत्री बन्ना गुप्ता के पास क्यों गया होता. तीन माह से किडनी ट्रांस्प्लांट के लिए एक मरीज विधायक सरयू राय के कार्यालय दौड़ रहा था. जब उसको वहां से मदद नहीं मिली तो मेरे पास आया. रामबाबू तिवारी ने कहा कि हम जनता के सेवक है और जनता की सेवा के लिए किसी के पास भी जा सकते है. उन्होंने कहा कि मंत्री बन्ना गुप्ता से उक्त मरीज का इलाज कराने के लिए संपर्क किया. उनके पास गया. मंत्री बन्ना गुप्ता ने उक्त मरीज की मदद भी की और उसका इलाज भी कराया. भाजमो के लोगों को जानना चाहिए और अपने विधायक को बोलना चाहिए कि कैसे काम किया जाता है, यह बन्ना गुप्ता से सीखें. कोई व्यक्ति अगर संवैधानिक पद पर आसीन होता है, मंत्री, विधायक, सांसद या मुख्यमंत्री होता है तो वह समाज का होता है, देश का होता है, फिर वह दल तक सीमित नहीं रह जाता है. वह व्यक्ति जनप्रतिनिधि हो जाता है, जिसके पास कोई भी जा सकता है. (नीचे भी पढ़ें)

रामबाबू तिवारी ने कहा कि जहां तक इंडिया और एनडीए को लेकर जिस तरह के शब्द का इस्तेमाल किया गया है, वह जनतंत्र मोर्चा को शोभा नहीं देता है, जो जेएमएम यानी इंडिया का समर्थन कर चुके है. एनडीए की चिंता क्यों भाजमो के लोगों को हो रहा है. भाजमो के लोगों को मालूम है कि भाजमो को एनडीए लेगी नहीं है, इस कारण बौखलाहट में अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे है. उन्होंने कहा कि ऐसा काम करना छोड़ दें. जो भी 10 फीसदी लोकप्रियता बची है, ऐसे में अगर वे लोग मेरे जैसे लोगों से टकराने का काम करेंगे तो हम पीछे हटने वाले नहीं है. हमसे टकराने के बाद सब खत्म ही हो जायेगा. मरीज को लेकर हम बस्तियों में जाकर बैठेंगे और बतायेंगे कि कैसे विधायक ने मदद नहीं किया. उन्होंने कहा कि राजनीतिक भाषा पर नियंत्रण होना चाहिए. अगर समझ रहे है कि चरित्र हनन करें तो तीन माह से उनके कार्यालय में दौड़ रहा था कोई मरीज, तो उनका काम नहीं हुआ, इस पर भी सफाई दे. उनके विधायक सरयू राय को बोकारो, धनबाद, दुमका की चिंता है. पूर्वी की जनता का ना चिंता है और ना विकास की चिंता विधायक को है. बस अपने पाले हुए लोगों को अखबारों में भेजकर गफलत फैलाना है. श्री तिवारी ने कहा कि भाजमो जैसी पार्टी लफुआ संस्कृति को जन्म दे रही है. पहले उनके भाजमो को इंडिया गठबंधन से इस्तीफा देकर एनडीए में आना चाहिए, फिर किसी अन्य पार्टी को नसीहत दी जानी चाहिए. (नीचे भी पढ़ें)

दूसरी ओर, भाजपा नेता और सूर्य मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि वे मंत्री के आवास पर नहीं थे. तस्वीर में भी नहीं है, लेकिन बेवजह मेरा नाम घसीटा जा रहा है. वैसे भी कोई किसी के पास जा सकता है. हमारे चरित्र का हनन करने का किसी को अधिकार नहीं है.

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