कंपनी एंड ट्रेड यूनियनiswp-union-तार कंपनी यूनियन चुनाव और तल्ख हुआ, महामंत्री और डिप्टी प्रेसिडेंट के...
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iswp-union-तार कंपनी यूनियन चुनाव और तल्ख हुआ, महामंत्री और डिप्टी प्रेसिडेंट के खिलाफ बगावत, चुनाव समर्थकों का ऐलान-अगर चुनाव नहीं हुआ तो हाईकोर्ट तक जाएंगे, टाटा स्टील सभी हस्तक्षेप की मांग करेंगे

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जमशेदपुर : टाटा स्टील की कंपनी तार कंपनी में यूनियन के चुनाव का माहौल गर्माता नजर आ रहा है. इस क्रम में रविवार की शाम तार कंपनी आवास परिसर में तार कंपनी कर्मचारियों का एक बैठक का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता इ सीरीज के मनमीत सिंह एवं शरत मिश्रा ने किया. इस बैठक में करीब 200 से ज्यादा कर्मचारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. इस बैठक में सर्वसम्मति से कुछ निर्णय लिया गया. (नीचे देखे पूरी खबर)

  1. यूनियन चुनाव की आगाज़ हो चुका है. कमेटी मीटिंग भी 23/11/21 मंगलवार निर्धारित हो गया है एवं विगत 18 साल की परंपरा के अनुसार यूनियन की तीन साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद जिस दिन कमेटी मीटिंग बुलाया जाता है उसी दिन यूनियन कार्यकारिणी को भंग कर एक सप्ताह के अंदर चुनाव कराया जाता है. इस बार वर्तमान यूनियन के महामंत्री एवं डिप्टी प्रेसिडेंट यूनियन के कार्यकाल (तीन साल) बीत जाने के बाद भी अपनी हार निश्चित देख चुनाव करवाने की डर से भागे फिर रहे थे पर अध्यक्ष राकेश्वर पाण्डेय ने इन लोगों को कार्यकाल समाप्त होने के बाद 40 दिन तक समय देने के पश्चात कमेटी मीटिंग बुलाकर चुनाव कराने के लिए आदेश दिए. इन दोनो महामंत्री एवं डिप्टी प्रेसीडेंट को यह भी नही पता है कि समय पर चुनाव कराने की मांग करना मज़दूरो का मौलिक अधिकार है. इन दोनों तानाशाही ने मज़दूरों का इस मौलिक अधिकारों का भी हनन करना चाहते है.
  2. अब इन दोनों महामंत्री एवं डिप्टी प्रेसीडेंट को मानो साँप सुंघ गया अब चुनाव रोकने के लिए इन दोनों ने आनन फानन में यूनियन के प्रोटोकॉल को ताक में रखते हुए यूनियन ऑफिस के अवकाश के दिन रविबार को ही कंपनी के अंदर कार्यरत कर्मचारियों को भी बुलाकर एक बैठक कर दी, जिसमे करीब 30 – 35 कर्मचारी उपस्थित हुए एवं उसमे से करीब 15 इ सीरीज के कर्मचारी थे और उनके नाम पर एक प्रेस वार्ता भेज दिया गया. जिन इ सीरीज के कर्मचारी बैठक में गए थे उनलोगों को सिर्फ फ़ोटो के लिए बुलाया गया था. जो प्रेस वार्ता में लिखा गया है उसका कोई जिक्र नहीं किया गया था.
  3. इन दोनों महामंत्री एवं डिप्टी प्रेसिडेंट के शायद चुनाव के कारण दिमागी हालात कमजोर हो गया है. कह रहे है कि कोरोना के चलते हम लोग इ सीरीज के ग्रेड नही कर पाए है पर आप लोगों के जानकारी के लिए बतादें की इन लोगों ने सत्ता में 08/10/18 में आया और कोरोना अप्रैल 2020 यानी इन लोगो को करीब 18 महीना कोरोना से पहले समय मिला था परंतु इस समय
    इनके डिप्टी प्रेसिडेंट कर्मचारियों का काम नहीं करके सिर्फ अपने बेटे के नौकरी लगाने में बर्बाद किया और आप लोगो को जानकारी के लिए बता दे की कुछ ही सप्ताह के लिए कोरोना से कंपनी का काम प्रभावित हुआ एवं पूरे कोरोना काल में कंपनी का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ एबं कर्मचारियों को भी रिकॉर्ड इंसेंटिव मिला. कंपनी के कोई काम में बाधा नहीं पहुंचा, पर इन दोनों ने अपने नाकामयाबियों को छुपाने के लिए तरह तरह का हथकंडा अपना रहे है.
  4. इनलोगों ने अगर इ सीरीज के ग्रेड कराने के लिये इतनी संबेदन थे तो मई 2021 से ग्रेड लंबित होने के बाद भी जून महीने में चार्टर्ड ऑफ डिमांड क्यों सोपा गया और अप्रैल से ऑक्टोबर 7 महीना क्यों सोया हुआ था? दरअसल सच्चाई यह है कि इनलोगों ने सिर्फ मजदूरों को तीन साल से बेवकूफ़ बनाया है. सभी कर्मचारी जान गए है कि इस मौका परस्त यूनियन से कुछ भी नहीं हो सकता, इनलोगो ने ही सत्ता में आने के पश्चात इन्स्टालमेन्ट बाला ग्रेड के शुरुआत किया था. कर्मचारियों का कहना है कि सत्ता में आने के लिये 2018 यूनियन चुनाव में इनलोगो ने जो आठ वायदा किया था उस मे से कोई भी बायदा अभी तक नही कर पाया है, अब इस धोकेबाज यूनियन को बाहर का रास्ता दिखाना जरूरी है.
  5. इन लोग सत्ता के मोह में इतना घमंडी हो गए हैं कि इनलोगो ने कानून को भी धत्ता बताकर चुनाव को टालने में लगे हुए है. अब इन लोग भी जानते है कि हमारा सत्ता सिर्फ सप्ताह भर रह गया है और यूनियन की कार्यकाल बित जाने के बाद यूनियन सिर्फ अगला चुनाव तक कार्यकारी यूनियन बन कर रहता है. इन लोगो को भी पता है कि कोई भी समझौता एबं पालिसी मैटर कंपनी इन केअर टेकर यूनियन के साथ यूनियन के कार्यकाल समाप्त होने के बाद करने बाला नही है, पर इस यूनियन के महामंत्री एबं डिप्टी प्रेसिडेंट सत्ता के इतने लालची है कि सत्ता में रहने के लिए चुनाव को टाल रहे है.
  6. अंत में कहा गया कि अगर इनलोगो को अपने जीत के प्रति इतना विश्वास है तो विधवा बिलाप छोड़ कर चुनाव कराए. सर्बसम्मति से निर्णय लिया गया कि अगर चुनाव टाला गया तो पहले हमारे अध्यक्ष राकेश्वर पाण्डेय को ज्ञापन सौपा जाएगा, फिर एमडी को एवं पैरेंट कंपनी टाटा स्टील को एवं अंत में हाई कोर्ट का शरण लिया जाएगा.
    इस बैठक में मंगल करवा, बिस्वजीत तिवारी, राम सिंह, अनवर खान, जसविंदर सिंह, सरत बेहरा, रंजन मिश्रा, सरत मिश्रा, सुरेंदर प्रसाद, गुरदीप सिंह, अमरजीत सिंह, कुलदीप सिंह, श्याम थापा, सतविंदर सिंह, बिरजू त्रिपाठी,मनमीत सगीर अकबर मनीष मनीष कुमार दिनेश बिरजू त्रिपाठी विश्वजीत तिवारी कारू कुमार मनजीत सिंह जसविंदर सिंह त्रिलोक सिंह रमनदीप सिंह अर्जुन दास गौरव बोस देवाशीष घोष राकेश कुमार राकेश महतो गौरंगो सरदार सुरेंद्र प्रसाद मुकेश कुमार सतविंदर सिंह प्रेम सिंह रंजन मिश्रा मनोज सरदार बासु सरदार कालीचरण सोहन शरद मिश्रा शरद बहरा के अरुण दशरथ महत्व उपस्थित थे.

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