जमशेदपुर : जमशेदपुर में मंगलवार के दिन टाटा मोटर्स गेट पर हंगामा और प्रदर्शन करने वाले किन्नरों ने महज 12 घंटे में ही अपना बयान बदल लिया और बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सार्वजनिक रूप से मंगलवार को प्रदर्शन के मामले में प्रशासन और कंपनी के अधिकारियों से माफी मांगी है. इन किन्नरों का कहना है कि नीतू सिंह टाटा मोटर्स गेट के समीप अपने निजी स्वार्थ के लिए धरना पर बैठी थी और हम लोग पूरे मामले को समझे नहीं. और नीतू सिंह के पक्ष में प्रबंधन और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन और पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की.
इसके लिए हम क्षमा मांगते हैं. अब सवाल उठता है कि आखिर 12 घंटा पहले इन्होंने नीतू सिंह के पक्ष में प्रदर्शन किया और प्रदर्शन के बाद अचानक 12 घंटा जैसे ही बिता कि इन किन्नरों ने पल्ला बदल लिया. वैसे कहीं न कहीं प्रशासन या कंपनी का दबाव नजर आ रहा है. वैसे बात कुछ भी हो लेकिन मंगलवार के दिन टाटा मोटर्स गेट पर हुए हंगामे पर अब नया सियासी रंग चढ़ने लगा है. आपको याद दिला दे कि टाटा मोटर्स के बाई सिक्स कर्मी आलोक रंजन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. तब से आलोक रंजन की पत्नी लगातार कंपनी के अधिकारी और सिक्योरिटी गार्ड पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर न्याय की मांग कर रही है.