जमशेदपुर : टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट के कर्मचारियों के दोपहिया वाहनों के मूवमेंट पर लगायी गयी पाबंदी और नये नियम को लेकर बड़ी राहत दी गयी है. टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने एक बार फिर से मजदूरों की आवाज उठाते हुए मैनेजमेंट पर दबाव बनाया, जिसके बाद तय कर दिया गया है कि कर्मचारियों को अगर काम के दौरान यानी ड्यूटी आवर में दोपहिया वाहन लेकर बाहर निकलना है तो उनको हेड स्तर से ही मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी. कर्माचरी उस वक्त वहां तैनात पदाधिकारी या सुपरवाइजर से लिखित मंजूरी लेकर जा सकते है. इसकी अधिकारिक सूचना टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु को कंपनी के चीफ सेफ्टी नीरज सिन्हा ने दी है. (नीचे भी पढ़ें)
श्री सिन्हा को टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने कड़ा आपत्ति जताते हुए एक इ-मेल लिखा था. इसमें लिखा था कि बातचीत होने के बावजूद नये नियम को लागू कर दिया गया है, जो आपत्तिजनक है. इस पर जवाब देते हुए नीरज सिन्हा ने इसकी जानकारी यूनियन अध्यक्ष को जानकारी साझा की है. अब पहले की तरह ही सारे नियम लागू होंगे. गौरतलब है कि टाटा स्टील में एक नियम लाया गया था, जिसमें कहा गया था कि काम के दौरान अगर कोई कर्मचारी या कमेटी मेंबर को किसी आपात स्थिति में जाना पड़े तो दोपहिया वाहन का पास लेने या बाहर जाने की मंजूरी लेने के लिए हेड स्तर से ही मिलना होगा. (नीचे भी पढ़ें)
हेड स्तर से मिलना काफी मुश्किल होता है. इस कारण कर्मचारी इस नियम को बदलना चाहते थे. इसको लेकर यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने चीफ सेफ्टी के साथ बातचीत की थी, जिसमें तय हुआ था कि हेड स्तर पर मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगा. पूर्व की तरह ही डिपार्टमेंट में मौजूद ऑफिसर या सुपरवाइजर से कर्मचारी मंजूरी लेकर बाहर जा सकते है. लेकिन इस बातचीत के बाद भी लिखित तौर पर कई विभागों में यह साइन कराया जा रहा था कि सारे कर्मचारी नये नियम का पालन करेंगे. इसके बाद कर्मचारियों ने फिर से यूनियन को जानकारी दी, जिसके बाद यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु ने अपना रौद्र रुप दिखाते हुए मैनेजमेंट को लिखित तौर पर कहा कि यह आपत्तिजनक बात है. इसके बाद पूर्व के नियम को लागू करने को लेकर इ-मेल चीफ सेफ्टी ने भेजा.