जमशेदपुर : जमशेदपुर पुलिस बहुत जल्द टेल्को थाना क्षेत्र के जेम्को स्थित महानंद बस्ती में हुई मोनी दास (33) की हत्या का खुलासा कर सकती है. पुलिस का अनुसंधान काफी तेज हो चुका है. बताया जाता है कि पुलिस ने चार लोगों को इस मामले में हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. बताया जाता है कि पुलिस ने इस मामले में जिन लोगों को भी हिरासत में लिया है, उन लोगों ने यह साफ किया है कि एक जमीन के विवाद के कारण ही यह हत्या की गयी है. बताया जाता है कि जेम्को और आसपास बड़े पैमाने पर सरकारी जमीन और रेलवे की जमीन है. इस जमीन को लेकर ही पहले से ही विवाद चल रहा है, जिसको लेकर 10 दिसंबर 2013 की रात दलबीर सिंह बीरे नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में प्रकाश मिश्रा को सजा सुनाया गया था. इस मामले का जो मुख्य आरोपी प्रकाश मिश्रा है, उसके ही गैंग ने बीरे की हत्या करायी थी और अब प्रकाश मिश्रा खुद पागल हो गया है और उसका इलाज मानसिक आरोग्यशाला, रांची में इलाज चल रहा है. प्रकाश मिश्रा गैंग के ही मोनी दास है जबकि महेश मिश्रा, सोनू उपाध्याय और उदय चौधरी का तीन अलग-अलग गैंग है. एक गैंग का मास्टर खुद मोनी दास था, जो अक्सर जमीन विवाद में रहता था जबकि दूसरा गैंग महेश मिश्रा का है जबकि तीसरा गैंग सोनू उपाध्याय और उदय चौधरी का है. इन लोगों के गैंग से ही जुड़े चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. बताया जाता है कि जमीन को घेरने के लिए ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. वैसे इस मामले में टेल्को पुलिस ने भी पहले सतर्कता नहीं बरती. सूत्र बता रहे है कि बुधवार की देर रात को टेल्को के मनीफीट में जमीन को घेरने को लेकर रात के वक्त अंधाधुंध 15 राउंड फायरिंग की गयी थी. वह कांड से ही मोनी दास हत्याकांड से जुड़ा हुआ है. बताया जाता है कि बुधवार की रात की घटना को पुलिस ने हल्के में लिया और उस घटना से ही इनकार करती रही, जिसका नतीजा यह हुआ कि गुरुवार की दोपहर में मोनी दास की मौत हो गयी. हालांकि, पुलिस इस बारे में कुछ कहने से बच रही है. वैसे इस मामले में बीरे हत्याकांड के आरोपियों और मृतक मोनी दास के संरक्षक भाजपा नेता की भी तलाश की जा रही है और उनकी संलिप्तता की भी जांच की जा रही है.
मोनी दास भी था बीरे हत्याकांड का आरोपी, बरी हो गया था
टेल्को के मनीफीट निवासी दलबीर सिंह बीरे की हत्या 10 दिसंबर 2013 की रात 8.30 बजे मनीफीट आजादबस्ती के बेलगट्टा में हो गयी थी. गोली मारकर दलबीर सिंह बेरी को मौत के घाट उतारा गया था. इस मामले में फरवरी 2014 को सिवान से प्रकाश मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में प्रकाश मिश्रा, उसके भाई सूरज मिश्रा उर्फ रोहित, जयप्रकाश सिंह, मोहित कुमार, टीटू सिंह, भीम कामत और कुणाल शर्मा को पुलिस ने जेल भेजा था, जिसको कोर्ट ने सजा सुनायी थी जबकि इस मामले में मोनी दास बरी हो गया था.