जमशेदपुर : टाटा स्टील में कर्मचारियों को कंपनी का क्वार्टर पूरी तरह सुविधायुक्त मिलेगा. कंपनी के क्वार्टर का एलॉटमेंट जब होगा, तब कई सारे काम कराने के अब कर्मचारियों को पैसा भी नहीं देना होगा. 11 तरह के वैसे काम को नि:शुल्क कर दिया गया है, जिस पर पहले पैसा लगता था. एक मई के बाद से जितने भी क्वार्टर एलॉट किये गये है या किये जायेंगे, उसको यह सुविधा मिलेगी. (नीचे भी पढ़े)
सोमवार को इसको लेकर टाटा स्टील मैनेजमेंट और यूनियन के बीच समझौता हुआ. इस समझौता पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट कारपोरेट सर्विसेज चाणक्य चौधरी, टाटा स्टील यूआइएसएल के एमडी ऋतुराज सिन्हा के साथ टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु, महामंत्री सतीश सिंह और डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह के स्तर पर हस्ताक्षर हुआ. चूंकि, सारे क्वार्टर 50 साल से अधिक समय से है, इस कारण उसके मेंटेनेंस की जरूरत है. इसको लेकर कई स्तर पर कर्मचारी सवाल उठाते थे जबकि ज्वाइंट कमेटी जेसीसीएम, जेडब्ल्यूसी, जेडीसी में कई बार सवाल उठते थे. (नीचे भी पढ़े)
इसके आधार पर क्वार्टर को नये सिरे से एलॉटमेंट के नियम तय किये गये है. 11 तरह के काम को नि:शुल्क किया गया है जबकि जिसमें कर्मचारियों को पैसा लगना है, उसके लिए भी एक सिस्टम बना दिया गया है ताकि कर्मचारियों को इसके लिए परेशान होना नहीं पड़ेगा. न्यू डेकोरेशन जॉब (एनडीजे) के नाम से इसको जाना जायेगा. इसके तहत क्वार्टर के मेन गेट से लेकर चाहरदिवारी की फेंसिंग, आगे और पीछे के बरामदे में ग्रिल लगाना, ग्रिल का डोर लगाना, क्वार्टर में आने जाने का पाथवे बनाना, स्टील गेट का चौड़ीकरण, ओडीबी पेंट का इस्तेमाल सारे कमरे में करना, वाशिंग मशीन, गिजर प्वाइंटर वाटर प्यूरिफायर इलेक्ट्रिकल और प्लंबिंग, किचेन प्लेटफार्म में ग्रेनाइट स्लैब लगाने, एसी प्वाइंट दो रुम में उपलब्ध कराने, बाथरूम तक जाने वाले रास्ते को दुरुस्त करने, सभी कमरे में पंखा को लगाने का काम मुफ्त में किया जायेगा और क्वार्टर एलॉटमेंट के वक्त ही इसको बना दिया जायेगा. (नीचे भी पढ़े)
टाउन रेवेन्यू मेंटनेंस (टीआरएम) जॉब के तहत पैसा लगाकर कर्मचारी अपने क्वार्टर का किचेन का मोडिफिकेशन, टायलेट को यूरोपियन का बना सकते है. इसी तरह बाथरुम टायलेट, वाश बेसिन, अतिरिक्त वाटर टैंक, बाउंड्री वाल का साइज बढ़ाने का काम कर सकते है. इससे कर्मचारियों को काफी लाभ होगा. ये सारे काम के लिए कार्यालयों और यूनियन का चक्कर कर्मचारियों को काटना पड़ता था, लेकिन अब इससे राहत मिलेगी. इसके लिए सीधे क्वार्टर आवंटन के वक्त ही कर्मचारियों को ये सारी सुविधाएं मिल जायेगी.