जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना से तीन लोगों की शुक्रवार को मौत हो गयी. गुरुवार को पांच लोगों की मौत हुई थी. मरने वालों में जमशेदपुर के मानगो शंकोसाई निवासी 55 वर्षीय पुरुष को टीएमएच में इलाज के लिए 17 सितंबर को लाया गया था. उनको सांस तेज चलने और बुखार की शिकायत थी, जिसके बाद उनकी मौत 18 सितंबर को हो गयी. इसी तरह जमशेदपुर के मानगो सहारा सिटी के रहने वाले 80 वर्षीय पुरुष को तेज बुखार और सांस लेने वालों में होने वाली दिक्कत को लेकर 14 सितंबर को टीएमएच में भरती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान 18 सितंबर को हो गयी. जमशेदपुर के कदमा के कुंडली रोड निवासी 49 वर्षीय महिला को 15 सितंबर को टीएमएच में इलाज के लिए ले जाया गया था, जहां 18 सितंबर को उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी.
राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने की टीएमएच के कार्यों की सराहना
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम जमशेदपुर में होने वाली मौत की जांच करने के लिए आयी थी. इस टीम में स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव बाघमारे प्रसाद कृष्णा, रांची के नामकुम स्थित स्वास्थ्य निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ अजीत कुमार प्रसाद, रांची के रिम्स के चिकित्सक डॉ देवेश कुमार, एमजीएम अस्पताल के डॉ बलराम झा और डब्ल्यूएचओ के एसआरटीएल के डॉ अमरेंद्र कुमार समेत अन्य लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान उनके साथ टीएमएच के मेडिकल सर्विसेज के सलाहकार डॉ राजन चौधरी भी मौजूद थे. इस दौरान वेंटिलेटर इंवेसिव और नन इंवेसिव, हाइ फ्रीक्वेंसी नासल ऑक्सीजन और ऑक्सीजन बेड के बारे में भी चर्चा की गयी. इस दौरान टीएमएच में रिकवरी रेट 80.80 फीसदी पाया गया, जिसको काफी बेहतर बताया गया और इस टीम ने पाया कि अब तक 40 हजार से जयादा टेस्ट हो चुके है, जो काबिलेतारीफ बात है. टीएमएच की सारी व्यवस्था पर स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने संतोष जताया है.