जमशेदपुर: मिथिला समाज के धरोहर गिरीश नाथ ठाकुर (74) का देहांत 11 सितंबर को टाटा मोटर्स अस्पताल में सुबह में हो गया. उनका भुइंयाडीह घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया. उनके बड़े पुत्र राजीव ठाकुर ने मुखाग्नि दी. वे अपने पीछे दो पुत्र, एक पुत्री के आलावा नाती, पोता समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. स्वर्गीय ठाकुर मिथिला समाज के अनेक संस्थाओं से जुड़े थे. उनकी सक्रियता ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं सामाजिक कल्याण समिति और अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका रहती थी. श्री ठाकुर के निधन पर एक शोकसभा का आयोजन किया गया. जिसमें लोगों ने कहा कि उनके निधन से मिथिला समाज को बड़ा नुक़सान हुआ है, भविष्य में उनकी क्षतिपूर्ति नहीं की जा सकती है. शोकसभा में सभी लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी और दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की.
jamshedpur-मिथिला समाज के समाजसेवी गिरीश नाथ ठाकुर का निधन, शोकसभा में दी गयी श्रद्धाजंलि, कई सामाजिक संस्था से थे जुड़े
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