बहरागोड़ा : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खतियानी जोहार यात्रा के तहत सोमवार को सरायकेला और जमशेदपुर के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान सीएम शाहवासियों को कई ड्रीम प्रोजेक्ट की सौगात भी देखें. अगले दो दिनों तक सीएम दोनों जिलों के अधिकारियों संग समीक्षा बैठक कर विकास की रूपरेखा तय करेंगे. यहां हम झारखंड के विकास का एक ऐसा रूप आपको दिखा रहे हैं जिसे देख आप सोचने को मजबूर हो जाएंगे कि 22 साल के झारखंड में विकास कहां छूट गया! विकास हुआ तो किसका हुआ! केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार सभी गांव के विकास का दंभ भरती है, मगर क्या वाकई गांव का विकास हो रहा है ? चलिए पहले आप इस तस्वीर को देखिये….. (नीचे भी पढ़ें)
ये नजारा है पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा प्रखंड का. यहां पाथरी पंचायत के मधुवा बेड़ा गांव से सर्गछिड़ा एवं कैमा को जोड़ने वाली स्वर्णरेखा नदी में तीन ग्रामीणों ने मिलकर बांस एवं लकड़ी का पुलिया बनाकर जनता की सुविधा के लिए, आधुनिक झारखंड में एक मिसाल कायम कर दिखाया. यहां के आसपास के गांव के ग्रामीण जनप्रतिनिधि से पुलिया के लिए गुहार लगाकर थक चुके. स्कूल के बच्चे नाव एवं पैदल चलकर नदी पार कर अपने विद्यालय पढ़ने जाते थे, अब बांस का पुलिया बन जाने से थोड़ी राहत होगी. वैसे कुछ महीना के लिए ही. बरसात के मौसम में ग्रामीण सुविधा नहीं ले पाएंगे, क्योंकि नदी के पानी में बांस की पुलिया डूब जाएगी इसलिए यहां की जनता झारखंड सरकार से मांग करती है, कि यथा शीघ्र वर्षों पुरानी मांग को, पुल बनायी जाए ताकि 10 गांव के लोगों की समस्या का समाधान हो सके और खुशहाल झारखंड का सपना साकार हो सके.