जमशेदपुर : जमशेदपुर भाजपा की नयी कमेटी की कुछ देर बाद ही घोषणा होने वाली है. भाजपा के महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव द्वारा इसकी घोषणा की जायेगी. इस घोषणा को लेकर लगभग तैयारी कर ली गयी है. भारी विरोध के बीच भाजपा के जमशेदपुर महानगर की टीम में लगातार महामंत्री के पद पर बने रहे अनिल मोदी को फिर से महामंत्री का ही पद दिये जाने की संभावना है. इसके अलावा कई सारे मंडलों में बदलाव के संकेत मिले है. इसके तहत बिष्टुपुर मंडल में सुररंजन राय को हटाकर वहां संजय तिवारी को मंडल अध्यक्ष बनाये जाने की चर्चा है. जबकि इस मंडल के लिए सुजीत श्रीवास्तव और राजकुमार शाह का नाम चल रहा था. कदमा में कद्दावर भाजपा नेता दीपू सिंह को लेकर काफी दबाव में महानगर अध्यक्ष थे, लेकिन उनका नाम काटने के लिए भी कई लोग एड़ी चोटी लगाये हुए है. वहां राजेश सिंह के नामों की चर्चा चल रही है. सोनारी मंडल में नये मंडल अध्यक्ष के तौर पर प्रशांत पोद्दार, किशोर ओझा और प्रदीप सिंह का नाम चल रहा है.
इसके अलावा मानगो में बिनोद राव को मंडल अध्यक्ष बनाया जा सकता है, जहां राजेश साव अभी मंडल अध्यक्ष है, जिसको हटाकर कंहैया ओझा का भी नाम चल रहा है. उलीडीह में अमरेंद्र पासवान रिपीट हो सकते है जबकि आजादनगर मंडल अध्यक्ष के तौर पर फातिमा शाहीन को जगह दी जा सकती है. कमलपुर में थोड़ा विवाद है. जुगसलाई में लिपु शर्मा और हनु जैन का नाम चल रहा है. गोलमुरी में प्रोबीर चटर्जी राणा को हटाकर अशोक सामंता को मंडल अध्यक्ष बनाया जा सकता है जबकि टेल्को से पप्पू मिश्रा को हटाकर महेंद्र प्रसाद को मंडल अध्यक्ष बनाने की तैयारी है. बारीडीह से संतोष ठाकुर को उनके पद पर बनाये रखा जा सकता है. साकची के पूर्वी मंडल के अध्यक्ष के तौर पर ध्रुव मिश्रा, बर्मामाइंस से दीपक झा रिपीट हो सकते है. बिरसानगर से श्रीराम प्रसाद को बदला जा सकता है. वैसे भारतीय जनता युवा मोरचा के लिए अमित अग्रवाल का नाम सबसे ऊपर था, लेकिन अब पप्पू सिंह (साकची जेल चौक) का भी नाम सामने आया है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी के बीच समन्वय के साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के गृह जिला में कमेटी बनाने में गुंजन यादव के पसीने छूट गये, लेकिन लगभग सूची बन गयी है, जिसको बहुत जल्द जारी किया जा सकता है. दूसरी ओर, जमशेदपुर ग्रामीण भाजपा में काफी उठापटक चल रही है. सांसद विद्युत वरण महतो का दबाव है तो कई और मुश्किल अध्यक्ष के सामने आया है.