रांची/ जमशेदपुर : भारत में सौ करोड़ टीकाकरण का डोज देने की सफलता पर एम्स नयी दिल्ली में जश्न मना तो भाजपा और खास तौर पर केंद्र सरकार इसको अपनी उपलब्धि बता रही है. वहीं, इस मामले को लेकर राजनीति तेज हो चुकी है. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि कोरोना को हराने के लिए विगत 16 जनवरी को शुरू हुआ टीकाकरण अभियान में 100 करोड़ खुराक लगाने का कीर्तिमान भारत ने बनाया है, जो दुनिया के लिए एक रिकार्ड है. आज पूरी दुनिया भारत को अचंभे से देख रही है. श्री दास ने विश्व के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है. उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने में लगे उन देश के तमाम स्वास्थ्य कर्मियों, चिकित्सकों, नर्सों, चिकित्सीय सहयोगियों और भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रति आभार प्रकट किया है, जिनके सक्रिय योगदान से यह विश्व रिकार्ड बन सका है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निरंतर प्रयास और देश की मेधा पर अटूट विश्वास का ही यह नतीजा है कि आज भारत दो-दो कोरोना टीकों के निर्माण में सफल रहा है. यह निर्माण भारतीय वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और प्रतिभाओं पर प्रधानमंत्री के भरोसे का ही नतीजा रहा है. आज देश प्रधानमंत्री की इस सोच को नमन कर रहा है. श्री दास ने कहा कि कोरोना शुरू होने के बाद भारत को लेकर जो आशंकाएं जतायी गयी थी, विपक्ष के नेताओं ने जो दुष्प्रचार कर अड़ंगेबाजी की थी उसे प्रधानमंत्री ने जिस कुशलता से झुठलाया और कोरोना की जंग में भारत को ऊच्च शिखर पर पहुंचाया, वह काबिले तारीफ है. दुनिया के सबसे विशाल देश में सबसे तेज टीकाकरण अभियान में एक के बाद एक कीर्तिमान बनाना श्री मोदी की देन है, उनकी जितनी भी प्रशंसा की जाय कम है. यह उनकी सोंच का ही नतीजा था कि ऑक्सफोड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित एवं सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित कोविशील्ड और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन के साथ टीकाकरण का सफर आज पूरे देश में सफलतापूर्वक चल रहा है. प्रधानमंत्री मोदी की सुदृढ़ एवं दूरदर्शी नेतृत्व की वजह से हमारे देश ने एक सौ करोड़ टीका लगाने में सफलता पाया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र सरकार और भाजपा को घेरा
दूसरी ओर, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इसको लेकर अपना बयान राजधानी रांची में दिया. इस तरह के भाजपा के जश्न को बचकाना हरकत बताते हुए बन्ना गुप्ता ने कहा कि क्या मातम को उत्सव के रुप में मनाया जा सकता है. इसका जवाब केंद्र सरकार और भाजपा को देना चाहिए. इस कोरोना महामारी में किसी न किसी रुप में सभी ने अपनों को खोया है. जख्म अभी भी गहरे हैं. केंद्र सरकार को समझना चाहिए कि ऐसी स्थिति में कैसे कोई जश्न मना सकता है. अगर केंद्र सरकार की दूरदर्शिता रहती तो इंटरनेशनल विमान सेवाओं को रोका जा सकता था, लेकिन इसमें लापरवाही हुई, जिससे लाखों लोगों की जान गयी. इसके लिए तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए. जिसके घर में मौत हुई है, वहां जाकर हम लोग क्या जश्न मनाये.