जमशेदपुर : टाटा स्टील की शत-प्रतिशत सब्सिडियरी वाली कंपनी टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड (पहले जुस्को) के कर्मचारियों को बिना यूनियन की सहमति के एकतरफा फैसला लेते हुए मैनेजमेंट ने सबको अंतरिम राशि देने की घोषणा कर दी है. दरअसल, टाटा स्टील यूटिलिटीज के कर्मचारियों का वेतन पुनरीक्षण (वेज रिवीजन) 1 जनवरी 2018 से लंबित है. जुस्को श्रमिक यूनियन के मुद्दे को लेकर मामला कोर्ट में लंबित है, जिस कारण यूनियन के साथ मैनेजमेंट कोई बातचीत नहीं कर रही है. इसको देखते हुए जुस्को के एमडी तरुण डागा ने कर्मचारियों के नाम एक संदेश जारी किया है, जिसमें यह कहा गया है कि यूनियन श्रेणी में आनेवाले सभी कर्मचारीगण का वेतन संशोधन 1 जनवरी 2018 से लंबित है. मैनेजमेंट को वेतन संशोधन समझौते को सम्पन्न करने में खुशी होगी. हालांकि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए फिलहाल इसे तार्किक निष्कर्ष पर नहीं ले जाया जा सकता है. एमडी ने अपने संदेश में कहा है कि हमारे कर्मचारियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए उन सभी कर्मचारियों को जो 1 जनवरी 2018 से वेतन संशोधन लाभ के पात्र हैं, उन्हें अंतरिम राहत प्रदान करने का निर्णय लिया गया है. अंतरिम राहत का विवरण अनुबंध में दिया गया है. इस बात पर ध्यान दें कि अंतरिम राहत के रूप में भुगतान की गई राशि को वेतन संशोधन की बकाया राशि से समायोजित किया जाएगा, जिसका भुगतान समझौते के समापन के बाद किया जाएगा. वेतन संशोधन समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा. इस पैसे की कटौती बाद में समझौता होने के बाद दिया जायेगा. दूसरी ओर, मैनेजमेंट के इस फैसले का यूनियन का विपक्षी खेमा ने स्वागत किया है. यूनियन के कमेटी मेंबर गोपाल जायसवाल और उनकी टीम ने इस फैसले का स्वागत किया है. इन लोगों ने कर्मचारियों को इसका स्वागत करने की अपील की है. इस स्वागत करने वालों में गोपाल जायसवाल, गोविंद झा, मनीष दुबे, उमेश राय, अशोक प्रसाद, फिरोज अली खान, रुपु भगत, मनोज पांडेय, संतोष कुमार झा व अन्य शामिल है.